उत्तरप्रदेश। लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने सरेंडर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 18 अप्रैल को आशीष मिश्र की जमानत को रद्द कर दिया था। फरवरी में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद आशीष जेल से बाहर आया था।
रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने गुपचुप तरीके से सरेंडर किया है। इसके बाद कोर्ट ने आशीष का वारंट जारी करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश था कि आशीष मिश्रा को 26 अप्रैल से पहले सरेंडर करना होगा। दो महीने पहले कोर्ट का फैसला आशीष मिश्रा के पक्ष में था, लेकिन अब दो महीने बाद अचानक से सीन बदल गया है। 18 अप्रैल को जमानत पर सुनवाई के दौरान SC ने यह भी कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीड़ित पक्ष को नहीं सुना। FIR, पीड़ित परिवार के पक्ष और बाकी तमाम बिंदुओं पर विचार करते हुए आशीष की जमानत तत्काल रद्द की जाती है।
129 दिनों तक रहा था जेल में
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 10 फरवरी को आशीष मिश्रा को जमानत दी थी। आशीष 15 फरवरी को 129 दिनों बाद जेल से रिहा हुआ था। बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को किसान-आंदोलन के दौरान ही बवाल हुआ था। तीन गाड़ियां प्रदर्शन कर रहे लोगों को कुचलते हुए चली गई थीं। घटना में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हुई थी। गाड़ी से कुचलकर मारे गए किसानों के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
जमानत पर फैसले के पहले मंत्री-पुत्र ने लगाया जनता दरबार-
लखीमपुर हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा ने हाल ही में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी थीं। विधानसभा बनबीरपुर में बने अपने ऑफिस में आशीष ने जनता दरबार लगाया। यहां लोग जमीन के विवाद, कब्जे जैसी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। आशीष ने लोगों की समस्याएं सुनती हुईं तस्वीरें अपने ट्विटर पर शेयर कीं। आशीष के इस ट्वीट पर लोगों ने पॉलिटिकल थिंकर, धर्म की रक्षा करने वाला जैसे कमेंट किए। आशीष ने यह जनता दरबार 16 अप्रैल को लगाया था।