मध्यप्रदेश। सागर जिले में केसली थाना क्षेत्र की सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा से सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी के खाते से 10 लाख 60 हजार रुपए धोखाधड़ी कर निकाले गए है। मामला सामने आते ही सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी ने थाने में शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने बैंक के कैशियर समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
डोमा जैतपुर में पदस्थ फरियादी सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी मूरत सिंह मरकाम निवासी केसली ने पुलिस को बताया कि केसली सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया शाखा 16 वर्षों से बचत खाता है। दिनांक 10 मार्च 2021 को 10 लाख 5 हजार 5977 रुपए की राशि भूअर्जन कैथ परियोजना हिनौता खुर्द मंडल सुरखी ने खाते में जमा की गई थी। इसके बाद खाते से कोई भी पैसा नहीं निकाला गया। 15 फरवरी 2022 को बेटी की शादी के लिए बैंक शाखा केसली में पैसे निकालने के लिए गया। जहां बैंक के कैशियर ने बताया कि खाते में सिर्फ 16 हजार 432 रुपए जमा है। मामले की जानकारी बैंक शाखा प्रबंधक से जानकारी को दी।
बेटी की शादी के लिए पैसे निकालने पहुंचे तो मामला सामने आया
उन्होंने मेरे खाते की जानकारी कम्प्यूटर पर देखी और बताया कि आपके खाते से 19 जून 2021 को तीन बार क्रमश: 2 लाख रुपए, 5 लाख रुपए और 3 लाख 60 हजार रुपए कुल 10 लाख 60 हजार रुपए निकाले हैं। जबकि मैंने खाते से कोई राशि नहीं निकाली थी। पासबुक में एंट्री करवाई और बैंक स्टेटमेंट देखा तो पता चला कि 19 जून 21 को आरटीजीएस के माध्यम से शिल्पी तिवारी के नाम से दो लाख रुपए, अवधबिहारी के नाम से 5 लाख रुपए और 3 लाख 60 हजार रुपए धोखाधड़ी कर निकाले गए है। धोखाधड़ी सामने आते ही फरियादी मूरत सिंह ने थाने में शिकायत की।
शिकायत पर पुलिस ने जांच की।
जांच में सामने आया कि उक्त राशि आरटीजीएस और नेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर बैंक कैशियर राजकुमार गौगई, अवध बिहारी श्रीवास्तव और शिल्पी तिवारी ने आवेदक के बैंक खाते से मोबाइल नंबर का उपयोग कर नेट बैंकिंग के माध्यम से निकाली है। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने बैंक कैशियर राजकुमार, अवध बिहारी और शिल्पी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।