हरदौल अखाड़ा के उस्ताद रामचंद्र पाठक का निधन, नगर में दौड़ी शोक की लहर
जनमानस ने अखाड़ा में प्रदर्शन कर दी अंतिम विदाई

दमोह। बिलवारी मोहल्ला हरदौल अखाड़ा जो सर्कस के कर्तव्य एवं शस्त्र विद्या का पाठशाला माना जाता रहा है। यहां पर इस अखाड़े की नींव कुशवाहा पटेल परसादी लाल दादा खलीफा रैकवार समाज के दादा खलीफा मुडा समाज के उस्ताद नाथूराम एवं उनके समस्त भाई मोहन दादा कुशवाहा जो दिवंगत होगये इसी श्रृंखला में श्रीरामचंद्र पाठक जी बिलवारी मोहल्ला को अखाड़े के उस्ताद की गद्दी सौंपी गई थी वर्षों तक आपने इस अखाड़े को जीवंत रखा आज आपके ईश्वर के मिलन दिवंगत होने पर नगर एवं जिले संभाग के समस्त वर्ग एवं समाज के लोगों को एक विशेष क्षति पहुंची है आप सभी लोगों के साथ ही अखाड़े की परंपरा का रिवाज खत्म सा होता जा रहा है।
रामचंद्र जी पाठक ज्योतिष की ज्ञाता विद्वान पूरे नगर में विख्यात सम्माननीय गुरु माने जाते रहे आपका समस्त परिवार बिलवारी मोहल्ला एवं दमोह नगर का पूजनीय परिवार रहा है आपके दिवंगत होने पर कुशवाहा समाज रैकवार समाज ब्राह्मण समाज मुस्लिम समाज हरिजन समाज आदिवासी समाज सभी सामाजिक वर्गों को बहुत क्षति पहुंची है ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं आपके परिवार को इस दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
इस दुखद समय पर सभी हरदौल अखाड़ा के जनक दिवंगत श्री परसादी दादा कुशवाहा काछी खलीफा, श्रीनाथूराम मुडा उस्ताद हरदौल अखाड़ा, श्रीमोहन दादा उस्ताद रैकवार खलीफा दादा, सभी दिवंगतों खिलाड़ियों को हार्दिक श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित करते हैं हम सभी पुरुषोत्तम लाल काछी, शैलेंद्र कुशवाहा, संजय कुशवाहा, पप्पू कुशवाहा, अखिलेश कुशवाहा एवं परसादी दादा हरदौल अखाड़े परिवार के जनक समस्त बिलवारी मोहल्ला के जन मानस की ओर से श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित।











