संकट मोचन आश्रम के छात्रों को अजीवन भोजन व्यवस्था मे दाल खिलाने का वादा: अमन कुशवाहा, बृम्हमूर्ती तिवारी अधिवक्ता की पहल का परिणाम छात्रों की व्यवस्था मे लग रहा चार चाद

कटनी। विजयराघवगढ़ संकट मोचन जगन्नाथ धाम तथा संस्कृत विद्यालय आश्रम यह कटनी जिले का इकलौता आश्रम है जहा संस्कृत की शिक्षा प्राप्त कर बालक पंडित पूजारी मठाधीश कथा व्यास बन रहे हैं विजयराघवगढ़ का नाम आज धर्म और आस्था मे सबसे आगे है। लेकिन सहयोगियों की कमी की बजह से आश्रम के छात्रों को खान पान रहने आदी की व्यवस्था खास नही थी। इन व्यवस्थाओं को सुधार कार्य करने के लिए जबलपुर हाईकोर्ट के अधिवक्ता समाज सेवी बृम्हमूर्ती तिवारी ने संकल्प लिया और जगह जगह से व्यवस्था खडी की गयी इसी तारतम्य मे आश्रम के छात्रों की भोजन व्यवस्था के लिए बृम्हमूर्ती तिवारी से प्रेरणा लेते हुए उद्योगपति अमन कुशवाहा ने अजीवन दाल की पूर्ती का संकल्प लिया।

अमन कुशवाहा का मानना है की ईश्वर के दरवार मे हम इंशान जो भी करे कम है। संस्कृत विद्यालय हमारे जिले की बहुत बडी संस्था है यहा के बच्चों का ध्यान रखना सभी का कर्तव्य और सौभाग्य है। यह छात्र संस्कृत की शिक्षा लेकर देश दुनिया मे धर्म और छेत्र का नाम रोशन करेगे। वही हनुमान भक्त बृम्हमूर्ती तिवारी ने कहा की अमन कुशवाहा जैसी आस्था के और लोगों को आगे आना चाहिए ताकि छात्रों के रहन सहन के साथ भोजन आदी की व्यवस्था की जाए वही एतिहासिक मंदिर संकट मोचन मंदिर जीर्णोद्धार मे भी सहयोग दे कर इस धरोहर को सुरक्षित और सुन्दर बनाया जाए।

इन्होंने जताया आभार उपाध्यक्ष पं प्रमोद मिश्रा, डॉ अनिल मिश्रा, पं केशवानंद तिवारी, विमलेन्दु पयासी, अनिल शर्मा, मदनलाल ग्रोवर, देवेश मिश्रा, पत्रकार शेरा मिश्रा, रामनारायण गर्ग, ओ पी तिवारी, डॉ जी पी पाठक, एम एल नामदेव, मनोज गुप्ता, माधुरी मिश्रा, जमुना गुप्ता, सुरेन्द्र त्रिपाठी, शिवकुमार पांडेय, लक्ष्मण पांडेय, संदीप मिश्रा, तारा सिंह चौहान, अरुण मिश्रा, लक्ष्मण यादव, अजीत पांडेय, कुंजीलाल गुप्ता, सुरेन्द्र मिश्रा, पद्मा ताम्रकार, संतोष मिश्रा, वेदाचार्य पं राकेश उरमलिया, पं कृष्णदास पांडेय, नीरज शुक्ला सहित अन्य सदस्य गण।
(शेरा मिश्रा पत्रकार विजयराघवगढ़ कटनी)