धान खरीदी में लापरवाही अधिकारियो को पड़ी भारी, कलेक्टर ने खाद्य और सहकारी विभाग सहित वेयरहाउस के GM को थमाया नोटिस
मध्यप्रदेश। कटनी जिले में पिछले 21 दिन से शासन स्तर पर किसानों से उनकी उपज (धान) को खरीदी केन्द्रों के माध्यम से खरीदने का कार्य चल रहा है। इस पूरे कार्य में किसानों को कोई दिक्कत का समाना न करना पड़े, इसके लिए नान (मप्र नागरिक आपूर्ति निगम), खाद्य विभाग, सहकारिता विभाग सहित मप्र वेयर हाउस कॉर्पोरेशन जैसे चार विभागों को शामिल किया जाता है। ताकि किसानों को मिलने वाली सुविधाएं, बरदाना अच्छे स्तर का हो, जिससे उनकी धान जल्द तुलकर उनके खाते में पैसे चले जाएं।
लेकिन उपार्जन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में अधिकारियों की सुस्त रवैया को देखते हुए कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से चारों विभाग के अधिकारियों से चर्चा की, जिसमें उपार्जन से जुड़ी समीक्षा में फटे बरदाना, छन्ना लगाने, परिवहन कार्य में सुस्ती पर गहन नाराजगी जाहिर करते हुए नान अधिकारी अमित गौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
जानकारी के अनुसार कटनी जिले के 79 धान खरीदी केंद्रों में अब तक 82 हजार 625 मीट्रिक टन धान उपार्जित की गई है, जिसमें से महज 47 प्रतिशत ही परिवहन हुआ है। जो करीब 39 हजार 241 मीट्रिक टन होता है। वहीं, स्वीकृत पत्रक में 13 फीसदी हुआ, जिसके चलते कृषकों को भुगतान में देरी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें कलेक्टर ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी बालेंद्र शुक्ला, मध्यप्रदेश वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के जीएम योगेंद्र सिंह सेंगर सहित सहायक आयुक्त सहकारिता राजयशवर्धन कुरील को भी नोटिस जारी करने के निर्देश जारी किए हैं।
वहीं मामले में सभी को हिदायत देते हुए कहा कि खराब मौसम और बारिश की संभावना के मद्देनजर उपार्जन केन्द्रों में त्रिपाल और अन्य व्यवस्थाओं को बढ़ाएं। इसके साथ परिवहन में गति को और बढ़ाएं, ताकि किसानों को उनकी उपज की मूल्य जल्द से जल्द उनके खाते में पहुंच सके।
(कटनी ब्यूरो विनोद दुबे)