रामदरवार प्राण प्रतिष्ठा मे इंद्र देव हुए प्रकट, महाआरती मे भावविभोर भक्त
रामजानकी माता के साथ लक्ष्मण भैया हनुमान जी और लक्ष्मी गणेश जी हुए आशिन

विजयराघवगढ़ कटनी। भक्त बुलाए और भगवान न आए ऎसा नही हुआ दिल से प्रार्थना करने वाले की आवाज अवश्य सुनते है भगवान आज भी भक्तो की आवाज सुन राम दरवार की सोभा बने इंद्र देव। निलकंठेशवर भक्ति धाम मे आज राम दरवार हुआ सुसज्जित माता लक्ष्मी के साथ प्रथम पूज्य श्रीगणेश बढा रहे राम दरवार की सोभा।
आठ माह मे विशाल मंदिर बन कर हुआ तैयार, हरिश्चंद्र पुरस्कार प्राप्त मदनलाल ग्रोवर बाबू ग्रोवर ने रामदरवार का संकल्प लिया और कार्य प्रारंभ हुआ युद्ध स्तर पर कार्य विशेष कलाकारों द्वारा प्रारम्भ किया गया मंदिर सिर्फ आठ माह मे बन कर तैयार हुई। उसी मंदिर मे आज राम दरवार की प्राण प्रतिष्ठा धर्म गुरुओ की उपस्थिति मे कराई गयी सुबह से स्थापना पूजन प्रारंभ हुई भगवान श्रीराम माता सीता व छोटे भाई लक्ष्मण के साथ राम के अनन्त भक्त हनुमान जी दरवार मे विराजमान हुए मंदिर प्रवेश करते ही सर्व प्रथम माता लक्ष्मी तथा प्रथम पूज्य श्रीगणेश जी भी राम दरवार की सोभा बने हुए है।
धार्मिक रिती रिवाज अनुसार भगवान श्रीराम माता सीता समेत दरवार मे विराजे सभी देवी देवताओं का श्रंगार हुआ 56 भोग लगाए गये तथा मदनलाल ग्रोवर बाबू ग्रोवर का संकल्प पूरा हुआ इस बात को लेकर पूर्णाहुति के साथ महाआरती भी हुई संख घंटा घडियाल की आवाज सुन इंद्र देव भी कहा पिछे रहते और महाआरती मे सामिल होकर इंद्र देव भी राम दरवार स्थापना मे अपनी उपस्थिति दर्ज करा वापस गये।
निलकंठेशवर भक्ति धाम जय श्री राम हर हर महादेव के नाम से गुंजमान हुआ वही इंद्र देव के आगमन पर भोलेनाथ के भक्तों ने इंद्र देव का स्वागत कर जय जय कार की पुष्प मालाओं से सुसज्जित मंदिर आकर्षण का केंद्र बना हुआ था रामजानकी के साथ लक्ष्मण जी और राम सेवक हनुमान जी मनमोह रहे थे। महाआरती मे सम्पूर्ण ग्रोवर परिवार व दूर दूर से आए भक्तो के साथ आसपास के भक्तों ने भी रामदरवार मे अपनी हाजरी लगाते हुए महाआरती की।
(प्रशांत मिश्रा शेरा पत्रकार विजयराघवगढ़ कटनी)