डॉ० घनश्याम भारती ने यू०जी०सी० मालवीय मिशन दिल्ली द्वारा आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में दिया व्याख्यान
रामानुजन कॉलेज एवं किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी यू०जी०सी० मालवीय मिशन द्वारा 14 से 22 फरवरी तक आयोजित टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम में 100 शोधार्थी तथा प्रोफेसर्स हुए शामिल

गढ़ाकोटा रिपोर्टर। रामानुजन कॉलेज एवं किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय यू०जी०सी० मालवीय मिशन नई दिल्ली द्वारा आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा जिला सागर, मध्यप्रदेश के हिंदी विभाग के प्रोफेसर तथा शासकीय महाविद्यालय शाहपुर के प्राचार्य डॉ०घनश्याम भारती ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर विषय विशेषज्ञ (रिसोर्स पर्सन) के रूप में ऑनलाइन जूम के माध्यम से अपना मौलिक व्याख्यान दिया।
अपने वक्तव्य में डॉ० घनश्याम भारती ने देश के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों से जुड़े शोधार्थियों तथा प्रोफेसर्स को संबोधित करते हुए कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय ज्ञान परंपरा समृद्ध रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम में इसे महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। डॉ० भारती ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन, अवसर एवं चुनौतियों पर भी महत्वपूर्ण प्रकाश डाला। उन्होंने भक्ति, आस्था, नीति, योग, प्राचीन गुरुकुल परंपरा तथा ऋषि- मुनियों के योगदान के साथ मातृभाषा और भारतीय संस्कृति पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में विस्तृत प्रकाश डाला।
यूजीसी नई दिल्ली द्वारा आयोजित इस शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर कुमुद शर्मा, गुजरात यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर दिलीप मेहरा, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के प्रोफेसर रमेश चंद्र गौर, आईएएस जिला कलेक्टर जालौर राजस्थान के डॉ० निशांत जैन, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हरीश अरोड़ा, प्रोफेसर सुनील बाबूराव, विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन के प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा, भारतीय आयुर्वेद परिषद के डायरेक्टर प्रोफेसर पी०सी० टंडन, दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं डीन डॉ०अनिल राय, राजस्थान यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के प्रोफेसर जितेंद्र कुमार सिंह, नवभारत टाइम्स दिल्ली के सीनियर जर्नलिस्ट प्रशांत जैन, दयाल सिंह कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ए०के० बागी, हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में विषय विशेषज्ञ के रूप में अपने वक्तव्य दिए।
यू०जी०सी० नई दिल्ली द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रामानुजन कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रसाल सिंह, किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश खट्टर, किरोड़ीमल कॉलेज की प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ० ऐश्वर्या नागपाल, रामानुजन कॉलेज की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर मधु कौशिक, किरोड़ीमल कॉलेज के आइ०क्यू०ए०सी० कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एस०पी० त्रिपाठी, किरोड़ीमल कॉलेज की प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ० मंजू रानी के साथ देश के विभिन्न प्रांतों के कॉलेज तथा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स तथा शोधार्थी उपस्थित थे।