बस स्टैंड गोलीकांड हत्या के प्रयास के फरार आरोपी मोनू पायलट सहित 6 को गिरफ्तार कर भेजा जेल
आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त अवैध पिस्टल, स्कूटी जप्त

मध्यप्रदेश। पुलिस अधीक्षक छतरपुर अगम जैन ने जिले के समस्त थाना प्रभारी को गंभीर अपराधों से संबंधित वांछित अपराधियों की धर पकड़ कर शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया है। दिनांक 7 मार्च 2024 को बस स्टैंड में लड़ाई झगड़े की सूचना प्राप्त हुई, मौके पर पुलिस टीम पहुंची, पीड़ित को शीघ्र ही जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुवे बस स्टैंड व नगर के मार्गों के सीसीटीवी फुटेज एवं साक्षियों के कथनों के आधार पर साक्ष्य एकत्रित किए गए। फरियादी पीड़ित भीम उर्फ नंदू उम्र 32 साल निवासी मातवाना मोहल्ला छतरपुर की कथनों एवं साक्ष्यों के आधार पर थाना कोतवाली में हत्या का प्रयास सहित भारतीय दंड विधान एवं एससी एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में नामजद आरोपियों पर अपराध पंजीबद्ध किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक अमन मिश्रा के मार्गदर्शन में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुजूर एवं पुलिस टीम द्वारा संभावित ठिकानों में दबिश देकर घटना से संबंधित 5 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
आरोपी तालिब के कब्जे से एक 315 बोर की अद्धी एवं एक खाली कारतूस, टीपू उर्फ सुल्तान से घटना में प्रयुक्त एक्टिवा स्कूटी, आरोपी नसीम के कब्जे से एक धारदार छुरा जप्त किया गया था, एवं मोहम्मद आबिद उर्फ अलियर उम्र 35 साल निवासी बकायन खिड़की छतरपुर के पास से एक 315 बोर का कट्टा भी जप्त किया गया है। साथ ही घटना से संबंधित आरोपी जफ्फू को भी गिरफ्तार किया गया था।
उक्त हत्या के प्रयास की घटना के शेष आरोपी की तलाश जारी थी। मोनू पायलट उर्फ मोनू खान निवासी नजर बाग छतरपुर को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी मोनू पायलट के पास से घटना में प्रयुक्त एक अवैध पिस्टल एवं एक सुजुकी कंपनी की स्कूटी जप्त की गई। मोनू पायलट के विरुद्ध वर्ष 2016 से मारपीट, अवैध हथियार अवैध शराब हत्या का प्रयास एवं जिला बदर की अवधि पर जिले की भौगोलिक सीमा के अंदर पाए जाने से राज्य सुरक्षा अधिनियम के अपराध जैसे 11 अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपी को न्यायालय पेशकर जेल भेजा जा रहा है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुजूर, उप निरीक्षक आरएस चौधरी, सहायक उप निरीक्षक गिरजेश राजा, प्रधान आरक्षक अरविंद कुशवाहा, राजेश अहिरवार , राजेश पाठक, आरक्षक विकास खरे, सौरभ तिवारी कपेन्द्र सिंह एवं उमेश अग्निहोत्री की मुख्य भूमिका रही।