मध्यप्रदेश

अज्ञानता ही जीवन में समस्याओं की मूल वजह: उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

चित्रकूट में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में शामिल हुए

भोपाल। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मनुष्य का भाग्य जब जाग्रत होता है तो कथा के ज्ञान को प्राप्त करने का पुण्य अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के साथ जितनी भी समस्यायें होती है वह केवल अज्ञानता के कारण होती है। संतो और ज्ञान गंगा के सानिध्य में सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। उप मुख्यमंत्री गुरूवार को आचार्य आश्रम नयागांव चित्रकूट में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को संबोधित कर रहे थे। कथा व्यास के रूप में श्री श्री राजगुरू स्वामी बदरी प्रपन्ना चार्य जी महाराज आसीन रहे।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि कथा ज्ञान यज्ञ में स्थान का भी अत्यंत महत्व होता है। घर, मंदिर और तीर्थ स्थान पर कथा सुनने से कई गुना लाभ पुण्य होते हैं। भगवान श्री राम ने स्वयं जिस स्थान में निवास कर अपने वनवास काल के 12 वर्ष बिताये हों और जहां से मां मंदाकिनी गंगा निकलती है ऐसे तीर्थ में कथा सुनने का कार्य सोने में सुहागा होता है। उन्होंने कहा कि लगभग 300 वर्ष पहले स्थापित आचार्य आश्रम के 12वें गुरू के रूप में राजगुरू बैकुण्ठ स्वामी संकर्शण प्रपन्नाचार्य जी के सानिध्य में धर्म और आध्यात्म का कार्य आगे बढा है। युवराज स्वामी राजगुरू की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भारत की सनातन संस्कृति और परंपरा को संरक्षित कर रहे हैं।

कथा व्यास के रूप में राजगुरू स्वामी बदरी प्रपन्नाचार्य महाराज ने 6वें दिन की श्रीमत भागवत कथा सुनाते हुए बताया कि भागवत के चारों अक्षर भक्ति, ज्ञान, बैराग्य और तत्व ज्ञान में समाहित हैं। यह कथा सम्पूर्ण वेद-वेदांतों का सारस्वत स्वरूप है। श्रीमद भागवत सभी 18 पुराणों में सबसे श्रेष्ठ है और इसे 18वें पुराण के रूप में सबसे अंत में लिखा गया है। उप मुख्यमंत्री श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की आरती में भी शामिल हुए। इस मौके पर पूर्व महापौर श्रीमती ममता पाण्डेय, पूर्व विधायक सेमरिया केपी त्रिपाठी भी उपस्थित थे।

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