डॉक्टर के मर्डर का पुलिस को मिला सुराग, शंका के घेरे में आई डॉक्टर के परिवार की एक महिला
डॉक्टर को रास्ते से हटाने के लिए उसने ही करवाई हत्या, गिरफ्तारी पर 5-5 हजार का रखा इनाम, घटना के बाद आरोपी ने मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया

मध्यप्रदेश। इंदौर में होम्योपैथ डॉ. सुनील राजपूत की हत्या के आरोप में पुलिस ने रविवार को एक आरोपी को गुना से उठाया है। वह डॉक्टर के परिवार की एक महिला के संपर्क में था। महिला से उसकी दोस्ती है। डॉक्टर को रास्ते से हटाने के लिए उसने उनकी हत्या कर दी। इस केस की इन्वेस्टिगेशन पुलिस की 5 टीम कर रही हैं। एक टीम गुना में है। यह टीम महिला की भूमिका की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, गुना के आशीष को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसने पूछताछ में अपने 3 अन्य साथियों के नाम बता दिए हैं। कॉल डिटेल के बाद आरोपी की जानकारी पुलिस को लग गई थी। आरोपी आशीष पेशे से वकील है। काफी पहले से वह महिला के संपर्क में आया। महिला और आशीष की दोस्ती ही इस हत्या की वजह बनी। इस मामले में महिला के भाई को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस इस बारे में फिलहाल ज्यादा कुछ नहीं बता रही है। जल्द खुलासे की बात कही है।
28 साल के डॉ. सुनील साहू की शुक्रवार रात 10.30 बजे हत्या कर दी गई थी। वे शहर के कुंदन नगर में जीवन धारा हेल्थ क्लिनिक चलाते थे। हमलावरों ने क्लिनिक में घुसकर उन्हें गोली मारी थी। तीन बदमाश सर्दी-जुकाम का इलाज करने के बहाने आए थे। डेढ़ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी। डॉ. सुनील मूल रूप से गुना के कुंभराज के रहने वाले थे। इंदौर जोन 1 के डीसीपी विनोद मीणा ने आरोपियों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम दिन में घोषित किया था। आरोपियों को पकड़ने के लिए गुना के अलावा एक टीम रीवा भी भेजी गई है।
इस मर्डर केस में क्राइम ब्रांच ने सबसे पहले शिवानंद तिवारी को पकड़ा था। वह इंदौर में फैक्ट्री में काम करता है। उसके मोबाइल से ही एक हमलावर ने डॉ. सुनील को कॉल कर क्लिनिक बुलाया था। शिवानंद ने बताया था कि जिसने उससे मोबाइल मांगा था, वह टोपी पहनने के साथ चश्मा लगाए हुए था। पर्ची पर डॉक्टर का नाम, नंबर और पता लिखे हुए था। दो लड़के बाइक पर थे। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध कार भी दिखी थी। इसे आरोपियों ने दूर पार्क किया था। घटना के बाद आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया।