डॉ० घनश्याम भारती को साहित्य भूषण सम्मान से नवाजा गया
हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट लेखन हेतु वर्चुअल माध्यम से देश-विदेश के श्रेष्ठ रचनाकारों के साथ किया गया सम्मानित

सागर। नई दिल्ली की साहित्यिक संस्था हमरंग फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष यज्ञेश्वर वत्स तथा संस्था के राष्ट्रीय सचिव विवेक तिवारी ‘अविचल’ द्वारा शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा (सागर) म०प्र० के हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं हिंदी के जाने-माने रचनाकार डॉ०घनश्याम भारती को हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट लेखन हेतु देश-विदेश के श्रेष्ठ रचनाकारों के साथ वर्चुअल माध्यम से ‘साहित्य भूषण सम्मान’ से सम्मानित किया गया है।
गौरतलब है कि डॉ०घनश्याम भारती द्वारा रामकथा पर केंद्रित पांच वृहद ग्रंथों को संपादित किया गया है, साथ ही नारी-विमर्श पर उनकी पुस्तकें तथा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोध-पत्रिकाओं में हिंदी भाषा में कई शोधालेख प्रकाशित हैं। महात्मा गांधी पर केंद्रित उनके दो महत्वपूर्ण आलोचनात्मक ग्रंथ भी प्रकाशित है। उनके द्वारा लिखित ‘चक्रव्यूह’ नारी-विमर्श का श्रेष्ठ निबंध-संग्रह माना जाता है।
हाल ही में डॉ० भारती की नई शिक्षा नीति पर केंद्रित पुस्तक भी प्रकाशित हुई है तथा बी०ए०,एम०ए० के हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों हेतु हिंदी भाषा में हिंदी साहित्य का इतिहास पुस्तक प्रकाशनाधीन है। डॉ० घनश्याम भारती द्वारा लगभग 32, 33 पुस्तकें लिखी एवं संपादित की जा चुकी हैं। दलित विमर्श, आदिवासी विमर्श, लोक साहित्य, भाषा और संस्कृति पर आधारित उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हैं।
डॉ० भारती को कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। डॉ० भारती के समग्र लेखन हेतु नई दिल्ली से साहित्य भूषण सम्मान प्राप्त होने पर उनके कई शुभ चिंतकों, मित्रों,शोधार्थियों तथा परिवारजनों ने बधाई दी।
(पुरुषोत्तम लाल पटेल गढ़ाकोटा सागर)