मध्यप्रदेश

संस्कृत विश्वविद्यालय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण का अभिन्न अंग: उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा के विकास के लिए अंतर्विभागीय समन्वय से शीघ्र कार्य करने के दिये निर्देश

भोपाल। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि संस्कृत विश्वविद्यालय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति ही इस यात्रा की आधारशिला है, जो स्थायी और स्थिर विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मंत्रालय वल्लभ भवन में संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा के संचालन एवं विकास की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री निशांत वरवड़े सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा के समुचित संचालन, नवीन पाठ्यक्रमों के विस्तार, बजट आवंटन, अधोसंरचना विकास एवं शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अंतर्विभागीय समन्वय सुनिश्चित कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने छात्रों को व्याकरण, साहित्य, वेद एवं ज्योतिष के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वित्त एवं उच्च शिक्षा विभाग आपसी समन्वय से शीघ्र ही आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी करें ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि पाणिनि संस्थान अंतर्गत रामानुज संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए 40 करोड़ रुपये की योजना प्रस्तावित है। उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा के पाठ्यक्रमों के संचालन, छात्रों के लिए आवास एवं भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था और शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति के लिए बजट आवंटन व प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा कर निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय रीवा सांस्कृतिक सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण केंद्र है। विभिन्न विभागों के समेकित प्रयासों से इसे एक पूर्ण विकसित और प्रभावी शिक्षा केंद्र बनाया जाएगा।

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