छतरपुर जिले में 168 मतदान केन्द्रों पर महिला बूथ दल संभालेंगी कमान, जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में वोटर्स को प्रेरित करने की जा रही पहल
क्यू मैनेजमेंट व्यवस्था से मतदान करना होगा और भी सहज, 17 नवम्बर को वोट अवश्य डालें

छतरपुर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संदीप जी.आर. के निर्देशन में छतरपुर जिले में विधानसभा निर्वाचन 2023 में लोकतंत्र के महापर्व 17 नवम्बर को मतदान होना है। जिले में 14 लाख 18 हजार 815 कुल मतदाता हैं। जिसमें पुरूष मतदाता 7 लाख 54 हजार 22, महिला मतदाता 6 लाख 64 हजार 770 और 23 अन्य मतदाता शामिल है। इस बार महिला मतदाताओं का जेंडर रेशियों बढ़ा है।
वोटर टर्न आउट बढ़ाने के लिए जिले के 1586 मतदान केन्द्रों पर क्यू मैनेजमंेट व्यवस्था लागू रहेगी। जिससे हर उम्र के मतदाताओं को मतदान करने में सहजता होगी। जिले में 149 सेक्टर अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष पहल में 168 पूर्ण महिला बूथ दल, 6 पीडब्ल्यूडी बूथ दल, 1 पूर्णताः यूथ दल रहेगा। यह पहल मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए की गई है। मतदान दलों के 8 हजार से अधिक सदस्यों को विधानसभावार 76 मास्टर ट्रेनरों द्वारा तीन स्तरीय ट्रेनिंग दी जा रही है। मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के अनुरूप आवश्यक व्यवस्थाएं की गई है। निर्वाचन संबंधी सम्पूर्ण गतिविधियों की सम्पूर्ण मॉनिटरिंग जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से लगातार की जा रही है।
एमसीएमसी कमेटी की 24 घण्टे खबरों पर नजर, 1950 पर मतदाताओं की समस्याओं का हो रहा समाधान, आदतन अपराधियों के विरूद्ध लगातार हो रहीं कार्यवाहियां-
जिले में विधानसभा निर्वाचन शांति पूर्ण स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए आदतन अपराधियों पर कार्यावाहियां की गई। जिससे चुनाव प्रक्रिया में कोई बाधा उत्पन्न न कर सके। जिले मंे 101 आदतन अपराधियों के विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की गई है।
जिले में 54 एफएसटी, एसएसटी लगातार एक्टिव है। साथ ही जिला स्तरीय कंट्रोल से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और 1950 एवं 07682-245376 नंबर पर कॉल आने पर मतदाताओं की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर अधिकारियों के मोबाइल नम्बर अंकित किए गए है। जिले के 50 प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर वेबकास्ट की व्यवस्था, क्रिटिकल मतदान केन्द्रों सीसीटीवी लगाए गए हैं। कलेक्ट्रेट में स्थापित मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मॉनिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) द्वारा प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं इंटरनेट सोशल मीडिया पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है।