बेनीसागर बांध के जलाशय के घेरकर उर्द मूंग की फसल की बोबाई हो गई जिससे इस साल भी बांध का पानी सूख जाएगा

बमीठा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मना करने के बाद भी बेनीसागर बांध जलभराव के चारो ओर कृषको ने उर्द मूंग की फसल बौनी के लिए जुताई कर ली जलभराव के पूरे क्षेत्र में दो सौ के करीब विधुत पंप बिना एडवाई के रख कर सिचाई खेतो में कृषक करने लगे।
खजुराहो रेलवे स्टेशन का एक साल का 15 लाख पानी सफ्लाई का अनुबंध-
पिछले साल बेनीसागर बांध पूरी तरह से सूख गया था जिससे रेलवे स्टेशन खजुराहो को पीने के पानी की सफ्लाई नही हो पाई थी रेलवे स्टेशन में लाखो रुपये खर्च कर पानी की सफ्लाई टेक्टरों के द्वारा करवानी पड़ी थी रेलवे बेनीसागर बांध से पानी का एक साल का 15 लाख रुपये देता है पिछले साल रेलवे को 20 लाख का पानी सफ्लाई का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ा था।
बांध का पानी सूखने से मछुवा समिति को नुकसान होता-
बांध का पानी सूखने से लाखों की तादाद में मछली मर गई थी मरी हुई मछलियों के सड़ने से क्षेत्र में बिमारी फैलने लगी थी बीमारियों के फैलने से बांध के अंदर ही खड्डा खोदकर मछलियों को दफनाया गया था तब कही बीमारियों से निजात मिली थी आधा दर्जन गांवों के मवेशियों को पीने को पानी एक मात्र जलस्रोत जलभराव के चारो तरफ कृषक कटीले तारो से घेर लेते जिसके कारण सद्दुपुरा , बमीठा, घूरा, पहाड़ीहीराजू, जटापहाड़ी, नंदलालपुरा, धनुपुरा, आदि गाँव कद मवेशियों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पाता है भीषण गर्मी के चलते जब मवेशियों को पीने के लिए पानी नही मिलता तो सैकड़ो की तादाद में मवेशी प्यास दम तोड़ देते हैं।
विधुत विभाग की लाखों की विधुत चोरी-
विधुत विभाग की लाखो रुपये की बिजली चोरी कर विधुत पम्प चलते हैं विधुत पोल से कटिया डालकर नंगे तार कृषक खीचते है जिससे मवेशियों को करंट का डर रहता है।
अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन उपसंभाग खजुराहो-
आम सूचना से कृषको बेनीसागर बांध के डूब क्षेत्र में उर्द मूंग की खेती करने से मना किया है क्योंकि इस साल अल्प वर्षा के कारण बांध में जो पानी एकत्र हुआ है उससे पानी रेलवे विभाग खजुराहो एव मवेशियों के पीने के लिए सुरक्षित रखा गया है इसलिए बांध क्षेत्र की शासकीय भूमि पर अनाधिकृत रूप से उर्द मूंग की जुताई बोबाई न करे जुताई बोबाई करने वाले कृषको के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। विद्युत विभाग और पुलिस विभाग कार्यवाही कर इस खेती को रोककर बांध का पानी बचा सकते हैं। अनुविभागीय अधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
(रिपोर्टर- अशोक नामदेव बमीठा खजुराहो)











