चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की अगुवाई में होंगे भव्य कार्यक्रम
रामायण मेला परिसर में 9 से 11 नवंबर तक चलेगा आयोजन

मध्यप्रदेश। चित्रकूट के तपोवन में दिखेगा लोक विधाओं का अनूठा संगम स्थानीय कलाकार मंच से बिखरेंगे जलवे धार्मिक कार्यक्रमों में सराबोर रखने एवं बुंदेली लोक कला से रूबरू कराने के उद्देश्य से परिषद ने एक नई पहल भी की है। अपर एसडीएम ने बताया कि लखनऊ के श्रीनारायण कठपुतली नृत्य प्रस्तुत करेंगे। बांदा के आरसी योगा जादू दिखाएंगे और रायबरेली की शीलू अपने आल्हा गायन से जलवा बिखेरेंगी। इसके अलावा बांदा के प्रसिद्ध दीवारी नृत्य पार्टी रमेश पाल की टीम भी मंच पर शानदार प्रस्तुति देगी।
बाहर से आकर डेरा जमाने लगे दुकानदार- मेला शुरु होने के अभी करीब पांच दिन शेष है, फिर भी बाहर से आकर दुकानदार डेरा जमाने लगे है। यहां पर स्थानीय के अलावा बांदा, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, महोबा, हमीरपुर आदि जनपदों से हजारों की संख्या में दुकानदार मेला के दौरान कारोबार करने आते है। दुकानदार पहले से आकर स्थान चिन्हित कर बल्लियों के सहारे पालीथिन लगाकर अड्डा जमाते है। मौजूदा समय पर परिक्रमा मार्ग में बाहर से काफी दुकानदार आ चुके है।
कबीरपंथी, अलगोजा और कुम्हराई भी होगी प्रस्तुत- स्वामी जी भरखरी गद्दी की भजन और कबीरपंथी मंच में सुनने और देखने को मिलेगी। छोटेलाल प्रजापति कुम्हराई की प्रस्तुति देकर जलवा बिखेंरेंगे। हमीरपुर के राम भजन सिंह हुडुक वादन और आचरी गायन, मथुरा के हर प्रसाद राजपूत लावणी व चंग, मथुरा के उपेंद्र सिंह जैहर लोक कला की प्रस्तुति देने के लिए नजर आएंगे। वहीं खिलचीपुर के सोनू डमरू, बांदीकुई के बनवारीलाल कच्ची घोड़ी, अकरम खान बहुरूपिया व संतोष और उनकी टीम मशक बीन की प्रस्तुति देंगे।
स्वदेशी इलेक्ट्रानिक व मिट्टी के दीये का प्रयोग करें- राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन शानू गुप्ता ने कहा कि दीपावली को देखते हुए में बाजारों में सजावट व रौनक दिख रही है। यह त्योहारों में बाजारों से लेकर घरों तक रौनक बिखेरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कहा कि सभी लोग स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक लाइट के साथ मिट्टी से बने दीये का अधिक प्रयोग करें। घरों में हर्बल प्रोडक्ट का उपयोग कर ग्रीन दीपावली मनाएं। नए वस्त्रत्त् खरीदने की पुरानी परंपरा को सभी मिलकर बढ़ावा दें। घरों में अन्य वस्तुओं के साथ प्राकृतिक फूलों का भी अधिक प्रयोग करें और फूलों के रंग से रंगोली बनाएं।
रंगी-बिरंगी रोशनी से जगमगाने लगा राम का तपोवन- मेला शुरु होने से पहले ही भगवान राम का तपोवन रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाने लगा है। बेड़ीपुलिया से लेकर रामघाट व परिक्रमा मार्ग की तरफ सजाया जा रहा है। मुख्यालय कर्वी के भी प्रमुख चौराहे व पार्क अभी से ही सजाए गए है। शाम होते ही सभी जगह रंग-बिरंगी झालरें ऐसे जगमगाते नजर आते है, जैसे जमीं पर तारे आसमान से टूटकर गिर रहे है। रामघाट का अद्भुत नजारा देखने लायक है।