छतरपुरमध्यप्रदेश
ललिता यादव ने मंदिर में किये दर्शन, गुरूद्वारे में मत्था टेककर लिया विजयश्री का आर्शीवाद
कार्तिक व्रत रखकर आराधना में जुटी कतकारियों और सिख समुदाय ने दिया कमल खिलाने का भरोसा

छतरपुर। पूर्व मंत्री और छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती ललिता यादव ने बुधवार को सुबह राधाकृष्ण मंदिर जाकर दर्शन किये। इसके बाद महोबा रोड स्थित गुरूद्वारे पहुंचकर मत्था टेककर विजयश्री का आर्शीवाद लिया।
मंदिर में बडी संख्या में कार्तिक व्रत रखकर आराधना कर रही महिलाओं और गुरूद्वारे में मौजूद सिख समुदाय के लोगों ने श्रीमती ललिता यादव को सुनिश्चित जीत सहित छतरपुर में कमल खिलाने का भरोसा दिलाया है। राधाकृष्ण मंदिर में कतकारियों के साथ उन्होेंने भगवान श्रीकृष्ण की आराधना की और भक्तिगीतों की धुन पर कतकारियों के साथ मगन होकर नृत्य के माध्यम से भक्ति की। यहां सभी महिलाओं का श्रीमती ललिता यादव से जुडाव और लाडली बहनों का भाजपा की रीति-नीति में विश्वास के तालमेल का अनूठा नजारा देखने को मिला। कतकारियों की मांग पर श्रीमती ललिता यादव ने राधा सखियों का आश्वस्त किया कि अगले साल कार्तिक मास में मंदिर आने वाली कतकारियों को मुख्य मार्ग से मंदिर तक पक्का मार्ग बना मिलेगा। मैं राधा सखियों के पैरों में कंकड नहीं चुभने दूंगी। सभी महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि हम सब ये संकल्प ले चुकी हैं कि महिलाओं को सम्मान, आत्मनिर्भरता, विकास और सुरक्षा देने वाली भाजपा सरकार को एक बार फिर से लाना है। छतरपुर में वर्ष 2013 का इतिहास दोहराकर कमल ही खिलाना है।
मंदिर में दर्शन करने के बाद भाजपा प्रत्याशी श्रीमती ललिता यादव महोबा रोड स्थित गुरूद्वारे पहुंची। यहां सिख समुदाय की महिलाओं और पुरूषों ने उनका परंपरागत तरीके से आत्मीय स्वागत किया। गुरूद्वारे में उन्होंने मत्था टेककर क्षेत्र की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए विजयश्री का आर्शीवाद लिया। श्रीमती ललिता यादव ने कहा कि उन्हें नगर के सिख समुदाय का हमेशा से पूरा साथ और आर्शीवाद मिलता रहा है। उसी के सहारे वे एक बार नगर पालिका अध्यक्ष और दो बार विधायक बनकर सेवक के रूप में जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। इस बार आप सब के आर्शीवाद से मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे भी आपकी सेवक की तरह पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाती रहूंगी। सिख समुदाय के लोगों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्होंने आपसी समन्वय से मन बना लिया है कि 17 नवंबर को वे बूथ पर कमल के सामने का बटन दबाकर भाजपा को भारी मतों से विजयी बनायेंगे।