एमसीबीयू में शुरू होगा अंग्रेजी, हिंदी व बुंदेली में पीजी अनुवाद डिप्लोमा
हिंदी अध्ययन मंडल ने अनुमोदित किया पीजी अनुवाद डिप्लोमा कोर्स

छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर में कुलपति प्रो शुभा तिवारी के मार्गदर्शन में अनुवाद के क्षेत्र में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाना है, इस हेतु पाठ्यक्रम के निर्धारण और अनुमोदन के लिए हिंदी अध्ययन मंडल की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अनुवाद के लिए नवनिर्मित पाठ्यक्रम का अनुमोदन किया गया। इसमें 100 सीटों का निर्धारण किया गया साथ ही शासन के नवीन निर्देशों के अनुसार सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया।
गौरतलब है कि कार्यपरिषद की 28 वीं बैठक में अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रारंभ कराने के निर्णय लिया गया था। इसके परिपालन में ही अकादमिक सत्र 2024–25 में यह डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा। विद्यार्थी प्रारंभ में हिंदी, अंग्रेजी और बुंदेली में डिप्लोमा कोर्स कर सकेंगे। आज की यह बैठक कला संकायाध्यक्ष प्रो पुष्पा दुबे की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
इस अवसर पर डॉ हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविधालय सागर से प्रो आनंद प्रकाश त्रिपाठी, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर से प्रो सरोज गुप्ता, इंदिरा गांधी राष्ट्रिय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक से प्रो सतोष कुमार सोनकर, शासकीय पीजी महाविद्यालय दमोह से प्रो कमल चौरसिया, शासकीय पीजी महाविद्यालय टीकमगढ़ से प्रो के सी जैन, शासकीय महाराजा छत्रसाल महाविद्यालय महाराजपुर से प्रो बीएम द्विवेदी, स्वामी प्रणवानंद महाविद्यालय छतरपुर से श्रीमती अर्चना शुक्ला तथा हिंदी विभाग से प्रो बहादुर सिंह परमार, प्रो के एल पटेल तथा शोधार्थी हिंदी कु. दीप शिखा सिंह व शोधार्थी अंग्रेजी श्री एस पी नायक उपस्थित रहे। स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स की प्रभारी डॉ गायत्री तथा सहायक प्रभारी श्री नंदकिशोर पटेल ने संपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में श्री प्रशांत साहू, श्री देवेश गुप्ता तथा श्री के के तिवारी ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।