कृष्णा विश्वविद्यालय में मतदाता जागरूकता अभियान को लेकर व्याख्यान माला का आयोजन

छतरपुर। मतदाता को जागरूक करने हेतु श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के सभागार में एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत कर मतदान के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम ने अपने वक्तव्य में कहा कि लोकतंत्र की सफलता तभी होगी जब लोग मतदान करेंगे। देश की प्रगति के लिए सबको मिलकर वोट देना चाहिए। मतदान सभी का संवैधानिक अधिकार है। इसका उपयोग सभी लोगों को स्वेच्छा के साथ करना चाहिए। हम खुशनसीबों में से हैं कि हमें सरकार चुनने का अधिकार मिला है। हमें इसकी सराहना और कदर करनी चाहिए। यह भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती ही है कि कोई हवाई जहाज का मालिक हो या ठेला चलाने वाला आम नागरिक, सबको वोट देने का अधिकार है। सभी का मत बराबर है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव विजय सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश के समुचित विकास, स्वस्थ व मजबूत लोकतंत्र के लिए हर मतदाताओं को मतदान करना आवश्यक है। मतदान न केवल नागरिकों को राजनीतिक दलों के लिए मतदान करने में सक्षम बनाता है, बल्कि यह उन्हें नागरिकता के महत्व का एहसास करने में भी मदद करता है। बहुत से लोग यह सोचते हुए वोट नहीं करते कि एक वोट से कोई बदलाव नहीं होगा, ऐसा सोचना गलत है। राष्ट्र के विकास में आप सभी के मत का महत्व समान है। उपकुलसचिव डॉ.मेघना मिश्रा ने कहा कि मतदान करने का हमें विशेषाधिकार प्राप्त है। आपका वोट बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अपने क्षेत्र, राज्य एवं देश के विकास के लिए आप अपने मत का प्रयोग करके अपने पसंद का प्रतिनिधि चुन सकते हैं।
हिन्दी विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. आशीष कुमार तिवारी ने बताया कि मतदान एक बुनियादी प्रक्रिया है जो एक देश की सरकारी प्रणाली को बनाती है। राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी भूगोल विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. महेश कुमार ने कहा कि मतदान नागरिकों को अपनी सरकार चुनने में सक्षम बनाता है। यह लोगों को सरकार में अपने प्रतिनिधि चुनने की भी अनुमति देता है। प्रत्येक सरकार का उद्देश्य अपने नागरिकों के लाभ के लिए विभिन्न नीतियों का विकास और कार्यान्वयन करना है। विधि विभाग के छात्र आकाश गौतम ने कहा कि मतदान का अधिकार सामाजिक जागरूकता को सक्रिय करता है क्योंकि यह राजनीतिक सहयोग को सशक्त बनाता है। नागरिक राजनीतिक प्रतिनिधियों और विधायिका की प्रगति का पालन कर सकते हैं।
कृषि संकाय के छात्र आशीष मिश्रा ने कहा कि मतदान एक सुसंगत प्रक्रिया है जो सामान्य लोगों को मतदान करने के लिए शिक्षित विकल्पों पर समझौता करने में सक्षम बनाती है। साथ ही, संपूर्ण राष्ट्र के विकास में सहायक होती हैं। बी.ए. के छात्र रजनीश रावत ने कहा कि प्रत्येक वयस्क को वोट देने का अधिकार दिया जाता है,यह एकरूपता और अनुरूपता का प्रतिनिधि है। यह एक मौलिक अधिकार है जिसमें सभी नागरिकों को यह चुनने का अवसर मिलता है कि कौन उनका प्रतिनिधित्व करता है। बी.ए.बी.एड. के छात्र रोहित ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश के रूप में, भारत चुनाव की नींव पर बना है। हमारी संसद और विधानसभाएं जनता के द्वारा, लोगों के लिए और जनता के लिए हैं। मतदान एक संवैधानिक अधिकार है।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना महिला इकाई की प्रभारी वर्षा यादव ने और आभार राजनीति विज्ञान के सह. प्राध्यापक डॉ. विजय चतुर्वेदी ने किया। इस व्याख्यान माला में सभी विभागों के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण और विधार्थीगण उपस्थित रहे।