डीपीसी कार्यालय की आंखो का तारा बने सुरेश खरया
बीआरसीसी बिजाबर में पदस्थापना, डीपीसी कार्यालय में कई वर्षों से नियम विरुद्ध तरीके से कर रहें कार्य

छतरपुर। अंधरे नगरी चौपट राजा की कहावत छतरपुर जिले के किसी ना किसी विभाग में आसानी से देखने कों मिल जाति हैं जहां सारे नियमों कों ताक पर रखकर अधिकारी कर्मचारी अटैच होकर कार्य कर रहें हैं और जिले के राजा (कलेक्टर) और विभाग प्रमुख अपनी आखों में पट्टी बांधकर यह सब देख रहें हैं।
जी हां हम बात कर रहें हैं जिले के डीपीसी कार्यालय की जहां बीआरसीसी कार्यालय विजावर में पदस्त बाबू सुरेश खरया विगत कई वर्षों से कार्य कर रहें हैं लेकिन किसी भी अधिकारी ने इन्हें हटाने की कोशिश भी नहीं की। जबकि श्री खरया की कार्यप्रणाली से जिले भर के प्राथमिक शिक्षक प्रताड़ित हैं लेकिन प्रताड़ित शिक्षकों की शिकायत के बाबजूद भी ना तो जिले के कलेक्टर और ना ही विभाग प्रमुख डीपीसी ने इन्हें कार्यालय से हटाने की जहमत उठाई।
एक ताज़ा मामला अभी प्रकाश में आया हैं जिसमे एक शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत क्रमांक 24185672 दिनांक 10/09/2023 कों एक शिकायत कर्ता ने शिकायत की ले लेकिन शिकायतकर्ता की शिकायत पर विभाग द्वारा गलत जानकारी दी जिसकी वजह से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं हुआ और शिकायत एल-4 में पहुंच गई लेकिन अधिकारी गलत जबाब डालने से न तो बाज आ रहें हैं और ना ही श्री खरया कों कार्यालय से हटाकर शिकायतकर्ता कों संतुष्ट कर शिकायत बंद करा दे।
क्या डाला सीएम हेल्पलाइन में शिकायत का जबाब-
विभाग द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायतकर्ता की शिकायत के जबाव में लेख किया गया की श्री सुरेश खरया लेखपाल मूल पदस्थापना बीआरसीसी कार्यालय विजावर कों कार्यालय कलेक्टर के आदेश क्रमांक/ 635 दिनांक 23/05/2023 के द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2023 के कार्यों के संपादन कार्य से श्री सुरेश कुमार खरया कों कार्य मुक्त किया जाता हैं शिकायत विलोपित करें। जबकि आज भी सुरेश खरया दिनांक 05/05/2024 कों भी बीआरसीसी कार्यालय बीजावर की जगह डीपीसी कार्यालय में कार्य करते नजर आए। जिससे साफ जाहिर होता हैं की सीएम हेल्पलाइन में डीपीसी कार्यालय द्वारा गलत जबाब डालकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों सहित शिकायतकर्ता कों गुमराह किया जा रहा हैं।
वहीं सूत्रों ने बताया की श्री खरया पूर्व डीपीसी आर पी लखेरा की आंखो का तारा रहा हैं जिसे वर्तमान डीपीसी ने भी अपनी आंखो का तारा बनाकर रखा हैं। इसके पीछे के हर राज कों हम एक-एक कर करेंगे उजागर।
जब श्री खरया के डीपीसी कार्यालय में कार्य करने कों लेकर डीपीसी अरुण शंकर पाण्डेय से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल लगातार बिजी आता रहा।