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आज का पंचांग: आचार्य जगदीश महराज के साथ

डेस्क न्यूज। आज का पंचांग में जाने आचार्य जगदीश महराज से राशिफल, राहुकाल, सहित आज का ब्रत एवं त्यौहार सहित स्वास्थ सहित आयुर्वेदिक उपाय।

दिनांक – 20 जनवरी 2024
दिन – शनिवार
विक्रम संवत् – 2080
अयन – उत्तरायण
ऋतु – शिशिर
मास – पौष
पक्ष – शुक्ल
तिथि – दशमी रात्रि 09:45तक तत्पश्चात एकादशी
नक्षत्र – कृतिका 21 जनवरी सायम 5:21 तक तत्पश्चात रोहिणी
योग – शुभ सुबह 11:06 तक तत्पश्चात शुक्ल
राहु काल – सुबह 9:00 से 10:30 तक
सूर्योदय – 6ः40
सूर्यास्त – 05:20
दिशा शूल – पूर्व
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:38 से 06:30 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:24 से 01:17 तक
व्रत पर्व विवरण – साम्ब दशमी (ओड़िशा)
विशेष – दशमी को कलम्बी शाक खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

पुत्रदा एकादशी – 21 जनवरी-
एकादशी 20 जनवरी रात्रि 07:26 से 21 जनवरी रात्रि 07:26 तक ।
व्रत उपवास 21 जनवरी को रखा जायेगा । 20 जनवरी दोपहर के बाद चावल खाना निषिद्ध ।

एकादशी व्रत के लाभ-
एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
जो पुण्य गौ-दान, सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।

शनिवार के दिन विशेष प्रयोग-
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)
हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)

आर्थिक कष्ट निवारण हेतु-
एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।

दरिद्रता नाश करने के लिये-
सूर्य नारायण को प्रार्थना करें, जल चढ़ायें ।
चावल और गाय के दूध की खीर बनायें और सूर्य देव को भोग लगायें ।
इतवार को बिना नमक के भोजन करने को कहा गया है ।
ऐसा कुछ समय तक करने से दरिद्रता दूर होती है, इसमें शंका नही ।

कफ रोग का इलाज-
50 ग्राम शहद (honey), 50 ग्राम लहसुन (garlic), 1 ग्राम तुलसी के बीज पीस कर उसमें डाल दो, चटनी बन गयी थोड़ा-थोड़ा बच्चे को चटाओ हृदय भी मजबूत हो जायेगा, कफ भी नाश हो जायेगा ।

🚩🚩 ll जय श्री राम ll 🚩🚩

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