स्वार्थ सिद्ध न होने पर 2 शिक्षक रच रहे संकुल प्राचार्य गढ़ीमलहरा कों हटाने का षड़यंत्र
नरेंद्र श्रीवास नें कहा की मेरे द्वारा नहीं की गई किसी से पैसे की मांग हर जांच से गुजरने हूँ तैयार

छतरपुर। जिले के गढ़ी मलहरा शासकीय कन्या उ.मा.वि प्राचार्य एवं संकुल अंतर्गत बदुआ में पदस्थ उनके पति नरेंद्र श्रीवास डीईओ एवं बीईओ नौगॉव कों बदनाम करने की नियत से 2 शिक्षकों नें अपने स्वार्थ सिद्ध न होने के चलते यह सारा सडयंत्र रचा हैं। जबकि नरेंद्र श्रीवास एवं संकुल प्राचार्य के द्वारा किसी भी कार्य के लिए कभी कोई पैसे की मांग नहीं की गई उन्होंने बताया की हम दोनों हर जांच से गुजरने तैयार हैं।
वहीं सूत्रों नें बताया की जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी संकुल प्राचार्य और उनके पति नरेंद्र श्रीवास कों इस पूरे प्रकरण में बदनाम करनें में 2 शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं जिसमें पहला नाम रामराजा रावत प्राथमिक शिक्षक प्राथमिक शिक्षक नुना एवं के द्वारा संकुल प्राचार्य श्रीमती अनीता चौधरी कों संकुल प्राचार्य कों संकुल प्राचार्य के पद से हटाने उन्हें और उनके पति नरेंद्र श्रीवास सहित जिला शिक्षा अधिकारी एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कों बदनाम किया जा रहा हैं जबकि शिक्षक रामराजा रावत के द्वारा जनसुनवाई में भी फर्जी शिकायत नरेंद्र श्रीवास के विरुद्ध की गई जिसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कराई गई जिसमें शिकायत कर्ता रामराजा रावत स्वयं शिकायत करनें के बाद जांच में अपने कथन वार-बार जांच अधिकारियो के अवसर देने के बाद भी नहीं पहुंचे।
रामराजा रावत, प्राथमिक शिक्षक द्वारा मात्र जनसुनवाई के दौरान प्रस्तुत असत्य एवं भ्रामक शिकायतों एवं निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये जाने संबंधी कार्यवाही से बचने के लिये संकुल प्राचार्य, शा.क.उ.मा.वि.गढ़ीमलहरा एवं उनके पति नरेन्द्र श्रीवास के विरूद्ध अनावश्यक एवं झूठी शिकायतें अन्य शिक्षकों से मिलकर कर रहे हैं। जिससे यह साफ जाहिर होता हैं की रामराजा रावत प्राथमिक शिक्षक प्राथमिक शिक्षक नुना एवं अन्य शिक्षाक के द्वारा किस तरह से वरिष्ठ अधिकारियों कों बदनाम करने षड्यंत्र रचा जा रहा हैं अगर समय रहते ऐसे शिक्षकों पर कार्यवाही नहीं होती हैं हो इससे विभाग की छवि धूमिल होंगी।