ई सेवा केंद्र का भरपूर लाभ प्राप्त करें, जिससे समय की बचत हो : न्यायमूर्ति श्री बंसल
मध्यप्रदेश। छतरपुर जिले में पांच ई सेवा केंद्रों का लोकार्पण उच्च न्यायालय जबलपुर के न्यायाधिपति एवं पोर्टफोलियो जज छतरपुर श्री द्वारकाधीश बंसल के मुख्य आतिथ्य में किया गया।


इस दौरान छतरपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रविंद्र सिंह, विशेष न्यायाधीश श्री उपेंद्र प्रताप सिंह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री विनोद दीक्षित एवं प्रशासनिक अधिकारियों में छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन, ईई पीडब्ल्यूडी आर.एस. शुक्ला सहित अन्य न्यायाधीशगण, अधिकारीगण, कर्मचारीगण, अभिभाषकगण एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का माता सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप्रज्वलन के साथ शुभारंभ किया गया। मंच संचालन कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश श्री राजेश कुमार देवलिया द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रांगण में किया गया। जिसमें स्थापित एक ई सेवा केंद्र एवं वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम का लोकार्पण फीता काटकर पोर्टफोलियो न्यायाधिपति श्री द्वारकाधीश बंसल द्वारा किया गया। साथ ही वर्चुअली रूप से लवकुशनगर, नौगांव, बिजावर एवं राजनगर में नवीन स्थापित ई सेवा केंद्र का लोकार्पण छतरपुर जिले के मंचीय कार्यक्रम से किया गया। जिसमें वर्चुअली रूप से इन न्यायालयों के न्यायाधीश एवं एडवोकेट जुड़े रहे।

जबलपुर उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति श्री बंसल ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिले को एक विशिष्ट ई सेवा केंद्र की उपयोगिता अधिवक्तागण के लिए तो है ही किंतु इसका लाभ ऐसे पक्षकारों को मिलेगा जिनका बहुमूल्य समय न्यायालय में समय में व्यतीत होता है। ई सेवा केंद्र से पक्षकार के समय की बचत होगी। न्यायपालिका द्वारा संचार साधनों का उपयोग करके न्यायव्यवस्था को पारदर्शी एवं लोकउपयोगी बनाया जा रहा है।

भारत का पहला ई सेवा केंद्र 30 अक्टूबर 2020 को नागपुर में स्थापित किया गया था। गरीब एवं दूरस्थ पक्षकारों के लिए ये उपयोगी साबित हो रहे है। वीडियो कॉन्फ्रेंस, ईकॉपिंग, ई फाईलिंग, ई कोर्ट सर्विसेज, मोबाइल एप्लीकेशन से मिलने वाले लाभ के बारे में भी बताया। आगामी तिथि में ई हस्ताक्षर, बंदियों से मुलाकात, योजनाओं की जानकारी आसानी से मिलेगी।

उन्होंने बताया कि ई सेवा केंद्र के माध्यम से न्यायालय पक्षकार के एप्रोच में है। ये पक्षकारों के साथ अभिभाषकों के लिए भी उपयोगी है। साथ ही उन्होंने उपयोग के साथ इसके बारे में सीखने, ऑपरेट करने, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बताया। सभी से अपेक्षा की ई सेवा केंद्र का भरपूर लाभ प्राप्त करें, जिससे समय की बचत हो।आयोजन के समापन पर अधिवक्ता संघ की ओर से सभी मंचसीनों को स्मृति चिन्ह भेट किए गए। अंत में न्यायाधीश स्वाति जैसवाल द्वारा आभार प्रकट किया गया।

ई सेवा केंद्र आम नागरिकों और न्याय तक पहुंचने के लिए मील का पत्थर साबित होगा: श्री सिंह-
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सिंह ने कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था को सुविधाओं के इस प्रयास का पड़ाव ई सेवा के केंद्र है। उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो न्यायाधिपति के करकमलों से ई सेवा केंद्र का लोकार्पण किया गया है। उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन में इन केंद्रों से समस्त हितग्राहियों को न्यायालय में लंबित और निराकृत प्रकरणों की जानकारी, अधिवक्ता और पक्षकार की सुनवाई की तारीख एवं अन्य विवरणों के बारे में पूछताज से जानकारी मिलेगी। इसके अलावा ई फाइलिंग से 2027 में पेपर लेस कोर्ट होगा। जिसके लिए कदम बढ़ा चुके है। न्यायालयों में ई स्टांप, आधार आधारित डिजिटल हस्ताक्षर, जेल बंदियों से मुलाकात से ई मीटिंग बुकिंग, ई मेल पर निर्णयों एवं आदेशों की कॉपियां भेजी जाने संबंधित आदि सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि ई सेवा केंद्र आम नागरिकों और न्याय तक पहुंचने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही मोबाइल ऐप से जानकारी प्राप्त होगी, गरीबों के लिए ये केंद्र सहायक होंगे। ऐसे केंद्र प्राप्त होने पर धन्यवाद व्यक्त किया।