चतुर्थ क्रमोन्नति मसौदा कैबिनेट की बैठक में रखा जाए, शिक्षकीय चतुर्थ क्रमोन्नति वेतनमान मामला कैबिनेट में शीघ्र रखा जाए : धनवाल

भोपाल। मध्यप्रदेश में संख्या में सबसे अधिक किन्तु पदोन्नति में सबसे पिछड़ा केडर शिक्षकों का ही है। विषय वार की आड़ में हजारों सहायक शिक्षक नियुक्ति दिनांक से आज तक सहायक शिक्षक के पद पर ही बने हैं , याने पिछली 40 साल की सेवा में उन्हें एक भी पदोन्नति नहीं मिली, जो कर्मचारी आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन है।

स्मरण रहे की मध्य प्रदेश अजाक्स भोपाल संभाग के अध्यक्ष बंशीलाल धनवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग को छोड़कर , राज्य में ऐसा कौई-सा विभाग नहीं है , की कोई कर्मचारी- अधिकारी प्रथम नियुक्ति वाले पद से ही सेवा निवृत्त होता हो। मध्य प्रदेश में सहायक शिक्षकों के साथ इसे विभागीय भेदभाव का बड़ा घोटाला कहा जाए। मुख्यमंत्री जी एवं स्कूल शिक्षा मंत्री जी को इस ओर संज्ञान लेना चाहिए। सेवा के हर सेक्टर में पहले से ही पिछड़ा (शैक्षणिक संवर्ग) को चतुर्थ क्रमोन्नति वेतनमान लेने के लिए भी पिछले एक- डेड साल से मशक्कत करना पड़ रही है। अब इंतजार है कैबिनेट की बैठक मे अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करना।
श्री धनवान ने बताया कि जब सामान्य प्रशासन विभाग सहित वित्त विभाग ने स्वीकृति दे दी है तो प्रस्ताव कैबिनेट की बैठक में क्यों नहीं रखा जा रहा है। जबकि कैबिनेट की बैठक हर मंगलवार को होती है। भोपाल संभाग के कर्मचारी नेता बंशीलाल धनवाल ने मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि चतुर्थ क्रमोन्नति वेतनमान के मसौदे को जल्द से जल्द कैबिनेट की बैठक में अनुमोदन किया जाकर शैक्षिक समूह को चतुर्थ क्रमोन्नति वेतनमान का लाभ दिया जाए।











