जब कोई भी साधना हम स्वयं करते हैं, तब उसका फल प्राप्त होता हैं: सिद्धारत्न बहन पूजा शुक्ला जी

डेस्क न्यूज। भगवती मानव कल्याण संगठन की केंद्रीय अध्यक्ष एवं सिद्धारत्न बहन पूजा शुक्ला जी ने कहा की जब कोई भी साधना हम स्वयं करते हैं, तब उसका फल प्राप्त होता हैं, लेकिन उसके लिए जब आपका पूरा परिवार नशामुक्त होगा, तभी आप निश्चिन्तता का जीवन जी पाओगे। आप अपने बच्चों को सुंदर भविष्य दे पाओगे। जिसके लिए आप रात-दिन मेहनत करते हो माताएँ बहिने ब्रत एवं पूजन अपने बच्चों के लिए करती हैं की हमारे बच्चों की उम्र लंम्बी हो जाए।
लेकिन यदि आपका बच्चा आपका पति शराब पीकर रोड पर निकल जायेगा, तो कोई वाहन उसे ठोंकरकर निकल जाए और उसकी मौत हो जाए, तो आप कहोगे की हमने इतना पूजा-पाठ किया इतने सारे ब्रत रखें, इसके बाद भी भगवान ने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? आप जिस माँ की जिस भगवान की आराधना करते हो जिसके नाम व्रत रखते हो, यदि उसी घर में शराब पीकर उसी भगवान का अपमान किया जाए, तो क्या होगा? फिर वह व्रत, वह पूजा कैसे फलीभूत होंगी?
नशामुक्त जीवन जियें, अपने परिवार को नशामुक्त रखे और अपने घर में खुद रामायण पढ़ो, गीता पढ़ो ध्यान-साधना करो, इससे जो लाभ, इससे जो उत्तम फल आपको प्राप्त होगा, किसी ढोंगी-पाखंडी के प्रवचन से नहीं प्राप्त होगा। जब आप स्वयं भोजन करते हो, तब आपकी भूख मिटती हैं, इसी तरह जब कोई भी साधना हम स्वयं करते हैं, तब उसका फल प्राप्त होता हैं।
(लेखक एवं विचारक- बहन पूजा शुक्ला सिद्धारत्न एवं केंद्रीय अध्यक्ष भगवती मानव कल्याण संगठन भारत)