जिला पंचायत में एपीओ के पद पर पदस्थ नारायण दास तिवारी के हर कारनामें होंगे एक-एक कर उजागर
26-27 सालों से छतरपुर जिले में जमे बैठे हैं नारायण दास तिवारी, चुनाव प्रभावित करने को लेकर हो निर्वाचन आयोग में होंगी शिकायत

मध्यप्रदेश। छतरपुर जिले की जिला पंचायत में पदस्त एपीओ नारायण दास तिवारी लगातार कई वर्षों से एक ही पार्टी को गुपचुप तरीके से सपोर्ट करतें चले आ रहें हैं जिसके चलते हो सकती है शिकायत। इनका मूल पद पंचयात समन्वयक अधिकारी का है जबकि यह भोपाल के एक आदेश पर एपीओ के पद पर बैठे नारायण दास तिवारी शिकायत शाखा का भी है प्रभार। सरपंचों एवं सचिवों में है बड़ा डर नारायण दास तिवारी का दबाव डाल कर इन कर्मचारियों पर करा सकते हैं चुनाव प्रभावित जिसके चलते आज हो सकती है शिकायत।
भोपाल से जारी आदेश में क्या लिखा –
पंचायत राज संचलनालय भोपाल के आदेश क्रमांक/स्था/डीआरडीए-281/monit A+/9580/दिनांक 26/08/2020 में ईसपस्ट लेख हैं की प्रशासकीय कार्य सुविधा की दृस्टि से श्री नारायणदास तिवारी पंचायत समन्वयक अधिकारी जनपद पंचायत छतरपुर जिला पंचायत छतरपुर कों आगामी आदेश तक जिला पंचायत छतरपुर में सहायक परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्त किया जाता हैं। लेकिन आवश्यकता न होने पर श्री तिवारी की सेवाएं कभी भी मूल पद पर वापस की जा सकेगी। लेकिन जिले के ईमानदार कलेक्टर संदीप जी.आर और मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती तपस्या परिहार (ias) की ऐसी क्या मज़बूरी हैं जो नारायण दास तिवारी जैसे विवादित कर्मचारी से जिला पंचायत कार्यालय में एपीओ के पद पर कार्य कराकर यह दोनों अधिकारी अपनी साख पर दाग लगवाने में लगे हुए हैं।
जल्द होंगे जिले के अधिकारियों के नाम पर लेन-देन के ऑडियो और वीडियो जारी- इतना ही नहीं जिला पंचायत में एपीओ के पद पर पदस्त नारायणदास तिवारी के कई आडियो और वीडियो भी जारी होंगे जो जिले के अधिकारियों के नाम पर पैसे लेकर मामले कों निपटाने की बात करतें नजर आ रहें हैं। इतना ही नहीं सूत्रों ने तो यहां तक बताया की निलंबित शिक्षक श्री अस्थाना ने जो जिला पंचायत कों 50 हजार की रिश्वत राम मंदिर के नाम पर देने की पेशकश की थी उसमे भी श्री तिवारी की ही साजिस थी। हालांकि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कों दी गई रिश्वत मामले में श्री तिवारी का हाथ हैं या नहीं शक्ति न्यूज इसकी पुष्टि नहीं कर्ता हैं।