मध्यप्रदेश

अतिथि शिक्षकों की मुख्यमंत्री जी से गुहार, अनुभव के आधार पर भविष्य सुरक्षित हो

सुरक्षित भविष्य की चिंता का आक्रोश सड़कों पर दिखा

भोपाल रवि गुप्ता। अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के संस्थापक पी डी खैरवार और प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार के आह्वान पर सभी जिलों में माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपकर अतिथि शिक्षकों ने न्याय की गुहार लगाई । संगठन की मांग है कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी की घोषणानुसार अतिथि शिक्षकों की गुरुजियों की भांति विभागीय पात्रता परीक्षा, अनुभव के आधार पर वार्षिक अनुबंध, शिक्षक भर्ती में आरक्षण और बोनस अंक के आदेश शीघ्र जारी हों ।

अतिथि शिक्षक भर्ती में वर्षों से कार्यरत अनुभवी अतिथि शिक्षकों को यथावत रखें और रिक्त पदों पर सीधी भर्ती प्रमोशन और ट्रांसफर से बाहर हुए अनुभवी अतिथि शिक्षकों को सेवा का अवसर दिया जाय । नए पंजीयन तत्काल बंद करके अनुभवी अतिथि शिक्षकों के स्कोर कार्ड में 10 अंक प्रतिवर्ष जोड़े जाएं । ताकि वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को स्थाई रोजगार मिले। गौरतलब है कि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा नए पंजीयन का आदेश जारी किया है उसे तत्काल वापस लेना चाहिए ।

प्रतिमाह मानदेय भुगतान की व्यवस्था की जाय-
प्रदेश सचिव रविकांत गुप्ता ने बताया है कि अतिथि शिक्षकों को तीन चार माह में भुगतान किया जाता है जिसकी वजह से अनेक प्रकार की आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अभी भी प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षकों को मार्च अप्रैल के मानदेय भुगतान हेतु बजट उपलब्ध नहीं होने से भुगतान नहीं हो सका है।

संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी चंद्रशेखर राय, द्वारका प्रसाद तिवारी,इंद्रपाल पटेल ने सभी जिलों में ज्ञापन देने पर सभी अतिथि शिक्षकों को आभार व्यक्त किया है। यदि नए पंजीयन तत्काल बंद नहीं होते और अनुभव के अंक स्कोर कार्ड में नहीं जोड़े जाते तो शीघ्र भोपाल में बड़ा आंदोलन करेंगे।

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