मौलाना आजाद मिडिल स्कूल परिसर में अवैध मदरसे के संचालन की विधायक प्रदीप लारिया ने दिए जांच के निर्देश, कमिश्नर और कलेक्टर को लिखा पत्र
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मदरसा ग्राम परसोरिया जिला सागर में संचालित

सागर। जिले के नरयावली विधायक इंजी.प्रदीप लारिया ने मौलाना आजाद मिडिल स्कूल,परसोरिया में अवैध मदरसा संचालित होने पर जांच के लिए कमिश्नर एवं कलेक्टर, सागर को पत्र लिखा है। गुरुवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने इसका निरीक्षण किया था और कई गड़बड़िया सामने आई थी।
विधायक लारिया ने लेख किया कि मौलाना आजाद मिडिल स्कूल, परसोरिया के नाम पर अवैध मदरसा चलाया जा रहा है। वहां अध्यनरत बच्चों ने रोते हुए बताया है कि अल सुबह 4:30 बजे जबरन उठाकर मदरसे में पढ़ाया जाता है। जबकि मदरसे की उनके पास मान्यता भी नहीं है। इस स्कूल की मान्यता केवल कक्षा आठवीं तक की थी लेकिन यहां कक्षा 9 व 10 वीं में भी एडमिशन दिया गया है।
स्कूल का ड्रेस कोड भी कुर्ता पजामा और जालीदार टोपी रखा गया है जो आपत्तिजनक है। स्कूल के छात्रावास में बुजु और इबादत खाना मिला है । यहां जो बच्चे मिले हैं वह दसवीं क्लास में पढ़ते हुए छात्रावास में मिले है। आवासीय स्कूल की मान्यता प्राप्त नहीं है।विधायक लारिया ने मामले पर गहनता से जांच के लिए कमिश्नर और कलेक्टर को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
स्कूल की जांच करने के बाद बाल संरक्षण आयोग के सदस्य औंकार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिले के मदरसों व स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। टीम सबसे पहले परसोरिया स्थित मौलाना आजाद मिडिल स्कूल पहुंची। यहां निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिलीं। स्कूल की आड़ में अवैध तरीके से मदरसा संचालित पाया गया। यहां पर 365 बच्चे थे।
उन्होंने बताया कि यह मप्र का सबसे बड़ा अवैध मदरसा है। स्कूल के पास शिक्षा विभाग से हवीं तक की हो मान्यता थी लेकिन प्रयीं- 10वीं की कक्षाएं भी लगाई जा रहीं थी। यहां जो छात्रावास है वह इबादतखाना है। बच्चे जहां खाना खाते हैं और पढ़ते हैं, वहां मस्जिद है। स्कूल का ड्रेस कोड भी कुर्ता- पायजामा और जालीदार टोपी है। कुछ बच्चे पगड़ी लगाए हुए भी मिले। मान्यता स्कूल चलाने की है लेकिन बिना अनुमति मदरसा चलता पाया गया।
(गढ़ाकोटा रिपोर्टर- पुरुषोत्तम लाल पटेल)