अन्यकुट उत्सव का भव्य आयोजन राम दरवार मे 56 भोग का प्रसाद अर्पण

कटनी। विजयराघवगढ़ रामहर्षण मंदिर मे अन्यकुट महाउत्सव भक्तो द्वारा मनाया गया। जिसमे 56 से भी अधिक भोग लगाकर राम जी के दरवार के साथ गुरु देव की प्रतिमा के समक्ष भोग अर्पण कराया गया। अयोध्या धाम से संचालित सभी रामहर्षण मंदिरों मे गुरुदेव के आदेश पर रामजी दरवार व गुरुदेव के समक्ष 56 भोग की प्रथा हर वर्ष की भाती निभाई गयी।
इसी तारतम्य मे विजयराघवगढ़ रामहर्षण मंदिर मे भी अन्यकुट महोत्सव को विशाल स्वरूप के साथ मनाया गया 56 प्रकार से भी अधिक पकवान बनाकर तैयार किया गया तदपरांत सभी भक्तो की उपस्थिति मे राम दरवार व गुरुदेव को भोग के उपरांत प्रसाद अर्पण कराया गया।
कहा जाता है की बन वास के पश्चात जब श्रीराम अपने घर आए तो माताओं के साथ साथ अयोध्या के सभी नर नारी श्रीराम जानकी माता के साथ लक्ष्य भैया को अपने हाथ से तरह तरह का पकवान बनाकर खिलाए थे जिसे अन्यकुट के रुप मे जाना जाता है। साथ भी गोवर्धन पूजन की भी कथा बतलाई जाती है। आज जो भी भक्त श्रीराम को अपने हाथो से पकवान बनाकर खिलाते है उनकी रामजी महाराज सभी मनोकामनाएं पूरी करते है। इस प्रथा को रामहर्षण कुंज मंदिर भलीभांति निभा रहा है इसी तारतम्य में आज विशाल आयोजन विजयराघवगढ़ राम हर्षण कुंज मंदिर मे आयोजित किया गया।
जिसमे प्रमुख रुप से श्यामदास पुजारी विश्णुकांत दुवे सुरेन्द्र त्रिपाठी केशव पांडे शावकुमार पांडे अम्बुज त्रिपाठी राम बिहारी प्यासी अशोक गुप्ता पप्पू गुप्ता एंव समस्त गुरु भाई व रामहर्षण कुंज मंडल के सभी सदस्यों की उपस्थिति रही। व नगर के गणमान्य नागरिक भी इस आयोजन का हिस्सा बने। साथ ही बताया गया की अगामी 12 नवम्बर 2024 को रात्री 8 बजे से तुलसी माता व सालिगराम जी का विवाह आयोजन रामहर्षण कुंज मंदिर मे आयोजित होना हर वर्ष की भाती इस वर्ष भी त्य हुआ है। सभी भक्त इस आयोजन मे सामिल होकर ईश्वर का आशिर्वाद प्राप्त करे।
(शेरा मिश्रा पत्रकार विजयराघवगढ़ कटनी)