आठ माह पूर्व से महाशिवरात्रि की तैयारियों मे जुटा निलकंठेशवर भक्ति धाम
निलकंठेशवर के महादेव भक्तो की छोली खाली नही रहने देते आस्था का केंद्र बन चुका मंदिर

कटनी। जिले के विजयराघवगढ़ मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध अलौकिक धार्मिक स्थल निलकंठेशवर भक्ति धाम अपनी एक अलग ही पहचान बना चुका है इस मंदिर से लोगों की आस्था और विश्वास कायम है। लगभग 38 वर्षों से निलकंठेशवर भक्ति धाम मे एक प्रथा मंदिर के संचालक मदनलाल ग्रोवर द्वारा चलाई जा रही है जिसका निर्वाह्य अब मदनलाल ग्रोवर जी के पुत्र बाबू ग्रोवर कर रहे हैं।
हर वर्ष के सावन के प्रारंभ होते ही महादेव के दरवार मे अखंड रामायण रामचरित मानस पाठ निरंतर चलता रहता है तथा पार्थिव शिवलिंग निर्माण महादेव का अभिषेक के साथ साथ महिला मंडल द्वारा सावन गीत इत्यादि के साथ साथ तरह तरह के मनमोह लेने वाले आयोजन के साथ प्रति दिन शिव लिंग विसर्जन बडे हर्षोल्लास के साथ बैंड बाजों के साथ भक्तो की टोली नाचते गाते विसर्जन करती है। लगभग आठ महिने तक प्रति दिन यह धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते है जिसका समापन महाशिवरात्रि को पूर्णाहुति के साथ विशाल भंडारा व धार्मिक आयोजनों के साथ होगे। देवो के देव महादेव के दरवार मे लगभग 38 वर्षों से मदनलाल ग्रोवर बाबू ग्रोवर रुद्राक्ष ग्रोवर द्वारा अखंड दिप प्रज्वलित किए जा रहे है जो निरंतर आज भी अखंड दिप प्रव्जलित है।
निलकंठेशवर भक्ति धाम की नींव-
बताया जाता है की सलैया पडखुरी मे आज से लगभग 38 वर्ष पूर्व एक छोटे से खुले चबुतरे मे शिवलिंग स्थापित थे लोगों की आस्था विश्वास भोलेनाथ के प्रति थी आसपास के लोग पूजा अर्चना खुले मे बैठे भोलेनाथ करते रहे अचानक एक दिन धर्म पुरुष मदनलाल ग्रोवर जी महादेव के दरवार मे पहुचे और अपनी अर्जी लगाई तथा यह प्रण लिया की अगर मेरी अर्जी पूरी हुई थो मै आप के इस स्थान पर मंदिर निर्माण करुगा महादेव की कृपा बरसी और मदनलाल ग्रोवर जी के कदम चुमने लगी कामयाबी इसके बाद मदनलाल ग्रोवर जी ने अपना बचन निभाया और महादेव की विशाल मंदिर का निर्माण कराया देखते ही देखते महादेव की कृपा के साथ मदनलाल ग्रोवर जी ने अनेको मंदिर निर्माण करा निलकंठेशवर भक्ति धाम स्थल बना डाला जो आज अपने आप मे जग जाहिर है।
भक्तो की माने तो यहा पर विराजमान महादेव परिवार रामदरवार हनुमान जी महाराज मा दुर्गा प्रथम पूज्य श्री गणेश के प्रति लोगों की आस्था विश्वास इस बजह से कायम है की सच्चे दिल से मागने वाले भक्तो की मुरादें पूरी होती है। इस धार्मिक स्थल से कोई खाली हाथ नही आता भगवान सभी की छोली भरते हैं। इस मंदिर मे एक से बढ कर एक दिग्गज अधिकारी जन प्रतिनिधि महादेव के दरवार मे मथ्था टेकने आते हैं और भोलेनाथ की कृपा पाकर खुशी खुशी महादेव की जय जय कार करते हैं।
(प्रशांत मिश्रा शेरा पत्रकार विजयराघवगढ़ कटनी)











