शहीदों की यशभूमि आने वाली पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम का देगी संदेश: उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
नैकहाई शौर्य स्मारक के पुनरूद्धार व सौन्दर्यीकरण के कार्य एक वर्ष में होंगे पूर्ण, 2 करोड़ से अधिक लागत के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण व भूमिपूजन

भोपाल। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि शहीदों की यशभूमि आने वाली पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम का संदेश देगी। यह भूमि आने वाली पीढ़ी को अमर बलिदानियों के शहादत को याद रखने का मार्ग प्रशस्त करेगी। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रीवा शहर में स्थित शौर्य भूमि नैकहाई में 1703 के बुंदेला युद्ध एवं 1796 के पेशवा युद्ध के अमर बलिदानियों के पुण्य स्मरण समारोह संगम तीर्थ की बाउण्ड्रीवॉल प्रवेश एवं निर्गम द्वार का लोकार्पण किया।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने छतरियों के जीर्णोद्धार, कीर्ति स्तंभ, संग्रहालय, बाबड़ी एवं मंदिर निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कार्य आगामी एक वर्ष में पूर्ण कर लिए जाएं। उप मुख्यमंत्री ने लगभग 75 लाख रुपए के निर्माण कार्यों का लोकार्पण तथा एक करोड़ 25 लाख रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए राजनैतिक इच्छाशक्ति आवश्यक होती है। शहीदों की पुण्यभूमि के पुनरूद्धार के लिए श्री लालबहादुर सिंह व श्री बृहस्पति सिंह ने प्रयास किए और आने वाले वर्ष में 8 फरवरी 2026 को यह शौर्य स्मारक पूर्णत: सौन्दर्यीकृत व सुसज्जित होकर इतिहास की कहानी बखान करेगा जिससे यहाँ आने वाले लोगों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि रीवा में पर्यटकों को इस वीर भूमि के दर्शन होंगे जहाँ महारानी कुंदन कुमारी के नेतृत्व में वीरता का इतिहास अंकित हुआ था जिसे चिरस्थाई बनाया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि बुजुर्गों और महान व्यक्तियों के शुभ आशीर्वाद से रीवा विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। हमें अपने पितरों की पूजा अर्चना करनी चाहिए क्योंकि इन्हीं के आशीर्वाद से सुख समृद्धि व विश्वास आता है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने अमर बलिदानियों का पुण्य स्मरण करते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने शहीदों के परिजनों का सम्मान किया। अध्यक्ष नगर निगम श्री व्यंकटेश पाण्डेय, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री लाल बहादुर सिंह, एमपीआईडीसी के ईडी श्री यूके तिवारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि हाउसिंग बोर्ड के अधिकारीगण तथा शहीद परिवारों के परिजन, रिटायर्ड फौजी व स्थानीयजन उपस्थित रहे।