प्रदेश में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के लिए बनाये जा रहे सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस: उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

“सत्ता सम्मेलन मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में हुए शामिल
भोपाल। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में संभागीय मुख्यालयों और मेडिकल कॉलेजों में आधुनिक अधोसंरचना, अत्याधुनिक उपकरण तथा तृतीयक सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, ताकि नागरिकों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदेश में ही सहजता से उपलब्ध हो सकें।

उन्होंने बताया कि इंदौर में 772 करोड़ रुपये की लागत से और रीवा में 322 करोड़ रुपये की लागत से स्वास्थ्य संस्थानों का उन्नयन कर उन्हें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है। इसी तरह जबलपुर और ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के सुदृढ़ीकरण एवं उन्नयन के लिए लगभग 800 करोड़ रुपये की राशि का मसौदा तैयार किया गया है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल होटल ताज, भोपाल में निजी मीडिया चैनल के “सत्ता सम्मेलन मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण सहित अन्य समसामयिक विषयों पर अपने विचार साझा किए।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आईपीएचएस मानकों के अनुरूप मैनपावर की भर्ती की जा रही है। विशेषज्ञों और चिकित्सकों की नियुक्ति के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए एमबीबीएस और पीजी बांड डॉक्टरों को पोस्टिंग दी जा रही है। साथ ही टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से विशेषज्ञ सेवाएँ भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सीएचसी और पीएचसी को सशक्त किया जा रहा है ताकि नागरिकों को समीप स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में ही गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्राप्त हो सकें। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने हिंदी में एमबीबीएस और एयर एम्बुलेंस सेवाओं पर भी चर्चा की।

उन्होंने गौ-सेवा को भी समाज और पर्यावरण के लिए महत्त्वपूर्ण बताते हुए बसामन मामा गौ वन्य विहार के सफल मॉडल का उल्लेख किया। उन्होंने जानकारी दी कि रीवा के हिनौती में 25 हजार गौ-वंश के लिए गौशाला निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दूध और दुग्ध उत्पादों के साथ जैविक खाद, जीव अमृत और अन्य उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। श्री शुक्ल ने कहा कि गौ-सेवा प्रकृति की सेवा है और यह पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को अपनाने का सशक्त आधार है।











