बसपा नेता महेंद्र गुप्ता हत्या से संबंधित दो शूटर हायर करवाने वाले मीडिएटर को मथुरा से गिरफ्तार कर भेजा जेल
पुरानी दुश्मनी के चलते हत्या में शामिल एक ही परिवार के तीन लोगों सहित 8 आरोपी किए गए जा चुके हैं गिरफ्तार

मध्यप्रदेश। दिनांक 04.03.24 को छतरपुर शहर में गजराज पैलेस के सामने रोड में अज्ञात हमलाबरो द्वारा एक व्यक्ति को गोली मारी गई जिससे मौके पर ही मौत हो गयी थी। फरियादी जो मृतक महेन्द्र गुप्ता का ड्राईवर व गनमैन था,उसकी रिपोर्ट पर थाना सिविल लाईन छतरपुर में अपराध क्र.123/24 धारा 302 भादवि 25/27 आर्म्स एक्ट का अपराध अज्ञात आरोपियो के विरूद्ध कायम कर विवेचना में ले लिया गया। मौके पर एफ.एस.एल.टीम एवं तकनीकी एक्सपर्ट बुलाये गये और घटना स्थल का निरीक्षण कर छतरपुर पुलिस के लिये चुनौती बने इस अंधे कत्ल के खुलासे हेतु गम्भीरता से लेते हुये सिविल लाईन पुलिस कार्यवाही में जुट गयी।
घटनास्थल के निरीक्षण एकत्रित सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर विगत माह हत्या की घटना में शामिल आरोपी आकाश सक्सेना, एक महिला आरोपी, मुख्य आरोपी रानू राजा के पिता, माता, चाचा तथा मथुरा से 2- 2 लाख रुपए में हायर किए गए दो शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। एवं शेष सम्मिलित आरोपियों की तलाश निरंतर जारी थी।
पुलिस अधीक्षक अगम जैन द्वारा अपराध की समीक्षा निरंतर की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक अमन मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाइन निरीक्षक वाल्मीकि चौबे के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों की धर पकड़ कार्यवाही जारी थी।
मुख्य आरोपी रानू राजा द्वारा मथुरा उत्तर प्रदेश से दो शूटर को दो दो लाख रुपए में हायर किया गया था। जिन्हें पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। साथ ही उक्त आरोपियों के बयान एवं एकत्रित साक्ष्य के अनुसार शूटर को हायर करने में मथुरा उत्तर प्रदेश के निवासी विकास पचौरी उम्र 21 साल द्वारा मुख्य आरोपी रानू राजा से शूटर का परिचय करवाकर दो-दो लाख रुपए की डीलिंग करवाई गई। हत्या की घटना में शूटर की व्यवस्था करवाने वाले मीडिएटर विकास पचौरी को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अन्य संबंधित आरोपियों की तलाश एवं विवेचना कार्यवाही जारी है।
कार्यवाही मे सराहनीय योगदान- निरी0 बाल्मीक चौबे थाना प्रभारी सिविल लाइन के नेतृत्व में उनि. धर्मेन्द्र रोहित , प्रआर. प्रहलाद कुमार, प्रआर. सत्येन्द्र त्रिपाठी,आर.नरेश सिंह, आर. धर्मेन्द्र चतुर्वेदी, आर धर्मेंद्र सिरवैया एवं साइबर टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।