मोहन का सुदामा कृपाल आदिवासी टापरा में जीवन बसर करने को मजबूर

बमीठा। छतरपुर जिले के जनपद पंचायत राजनागर की ग्राम पंचायत काबर के मजरा करोदैया में कृपाल आदिवासी शासन की मूलभूत सुविधाओं से बंचित। लक्मन आदिवासी के पाँच लड़के हैं चार की प्रेमलाल, राजू, हरदास, कृपाल की शादी हो गई प्रकाश कुँवारा है चार लड़कों का परिवार दो कमरों में जीवन बसर करनें को मजबूर हैं गाँव मे काम नहीं मिलने पर कृपाल दिल्ली में परिवार सहित मजदूरी करता है वर्षा ऋतु के तीन माह गाँव में रहते हैं कृपाल आदिवासी अपनी तीन बच्चियों और पत्नी के साथ टपरा में जीवन बसर करने को मजबूर हैं। कृपाल आदिवासी को प्रधानमंत्री आवास का लाभ आज भी नहीं मिला है।
यदि कृपाल आदिवासी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला होता तो परिवार सहित खुशहाली से मकान में रहता देखना होगा इस आदिवासी को प्रधानमंत्री आवास का लाभ कब तक मिल पाता है।
(रिपोर्टर- अशोक नामदेव बमीठा खजुराहो)