दान किया गया अंग, नई उम्मीद और खुशियाँ दे सकता है: उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

भोपाल। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने भारतीय अंगदान दिवस (3 अगस्त) के अवसर पर कहा है कि अंगदान जीवनदान है। अंगदान एक महान सेवा है। दान किया गया एक अंग किसी के जीवन को नई उम्मीद और खुशियाँ दे सकता है।
यह एक ऐसा कार्य है जो न केवल किसी व्यक्ति के जीवन को बचाता है बल्कि उसके परिवार और प्रियजनों के जीवन में भी खुशियों की लहर ला सकता है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि अंगदान के महत्व के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने अपील की है कि लोग स्वेच्छा से मानवता को सशक्त करने वाले इस पुण्य कार्य के लिए आगे आयें।
उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि अंगदान से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को जीवन का दूसरा मौका मिल सकता है। किसी व्यक्ति के जीवन में जब अंग-प्रत्यारोपण एकमात्र विकल्प बचता है, ऐसी स्थिति में दान किया गया अंग उनके लिए वरदान साबित होता है। अंगदान में किडनी, लिवर, हार्ट, फेफड़े, पैनक्रियास और आंखों सहित कई अंग और ऊतकों को दान किया जा सकता है, जो अलग-अलग जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक सामूहिक प्रयास है जिससे हम एक बेहतर और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं। जब अधिक से अधिक लोग अंगदान के लिए आगे आएंगे, तो हमारे समाज में अंग प्रत्यारोपण की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। इससे न केवल अंग प्रत्यारोपण के इंतजार में बैठे मरीजों की संख्या घटेगी, बल्कि उनके परिवारों पर भी मानसिक और आर्थिक बोझ कम होगा।
अंगदान/प्रत्यारोपण में इमर्जिंग स्टेट कैटेगरी में मध्यप्रदेश होगा पुरस्कृत– मध्यप्रदेश को 14वें भारतीय अंगदान दिवस (आईओडीडी) 3 अगस्त 2024 को “अंगदान/प्रत्यारोपण में उभरते राज्य/केंद्र शासित प्रदेश” पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा नई दिल्ली में मध्यप्रदेश को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत करेंगे । उप-मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने समस्त विभागीय अधिकारियों और जागरूक नागरिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल अंगदान प्रक्रिया को सहज और जन-सुविधाजनक बनाने के लिए सतत प्रयासरत रहे हैं।