यूपी पुलिस की बड़ी कार्यवाही: नकली खाद बनाने की फैक्टरी महोबकंठ पुलिस ने माराछापा
कार्यवाही के दौरान अवैध शराब पैकिंग का भी माल बरामद

उत्तरप्रदेश। महोबा जनपद के पुलिस कप्तान के निर्देश पर महोबकंठ पुलिस ने मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले अंतर्गत हरपालपुर थाना क्षेत्र से सटे महोबा जिले के चौका गांव में सोमवार को महोबकंठ थाना पुलिस ने नकली खाद बनाने की फैक्टरी पकड़ी। यहां 57 बोरी नकली खाद बरामद किया गया। इसे डीएपी, एनपीके, अन्नदाता जिंक और पोटाश के नाम पर नामी कंपनियों का नाम लिखे बोरों में पैक किया जा रहा था। मौके से एक आरोपी को भी पकड़ा गया। साथ हरपालपुर नगर में राजपूत कॉलोनी में स्थित एक खाद व्यापारी को भी यूपी पुलिस ने पूछतांछ के लिए हिरासत में लिया हैं। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। फैक्टरी को सील कर दिया गया है।
चौका गांव में काफी समय से बनाई जा रही थी नकली खाद-
जानकारी अनुसार सोमवार को महोबकंठ थाना प्रभारी गणेश गुप्ता ने मुखबिर की सूचना हमराह पुलिसबल मुखबिर निशानदेही पर चौका गॉव में प्राथमिक स्कूल के पास स्थित एक मकान में छापा मारा गया। यह मकान मूलचंद्रपाल का बताया गया हैं। जहाँ अंदर टीम को भारी मात्रा में नकली खाद मिला। यहां 40 से 50 भरी हुईं बोरियां और कई खाली बोरी के साथ सिलाई मशीन भी बरामद की गई। कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति को टीम ने पकड़ लिया। आगे की कार्यवाही के लिए कृषि विभाग अधिकारियों की मौके पर बुलाया गया। सीओ हर्षिता गंगवार, उपजिलाधिकारी कुलपहाड़ अनुराग कुमार तहसीलदार कुलपहाड़ जिला आबकारी अधिकारी महोबा को भी बुलाया गया। सैंपल लेने के बाद फैक्टरी को सील कर दिया गया हैं। साथ खाद की बोरियों को ट्रैक्टर ट्रॉली में भर कर थाने लाया गया।
अवैध शराब पैकिंग का भी समान बरामद-
थाना महोबकंठ पुलिस ने जब चौका गॉव में नकली खाद की फैक्टरी की सूचना पर छापामार कार्यवाही की तो दंग रह गए। इस दौरान मध्यप्रदेश की नामी ब्रांडों की शराब की बोलते रैपर, ढक्कन,सहित खाली बोतले बरामद की गई। शुरुवाती जांच में सामने आया कि यहाँ नकली शराब पेकिंग कर सीमावर्ती छतरपुर जिले में सफ्लाई की जा रही थी।
कार्यवाही के दौरान उप जिला अधिकारी कुलपहाड़ फिलहाल महोबकंठ थाना पुलिस मामले में अभी कुछ भी बोलने से बचती नज़र आ रही हैं मंगलवार को पूरे मामले का जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा खुलासा करने की बात कह रहे हैं।
(महोबा ब्यूरो अखिलेश शिवहरे)











