पुलिस ने घर में चोरी की घटना का किया खुलासा, ₹20000 के तीन इनामी चोर गिरफ्तार
आरोपियों के पास से 30 लाख रुपए नगद राशि, सोने चांदी के आभूषण मोबाइल फोन सहित करीब 40 लाख रुपए की संपत्ति जप्त

छतरपुर। जिले के थाना बमीठा क्षेत्र के कस्बा चंदनगर के एक घर में नगद राशि एवं आभूषण चोरी संबंधी फरियादी की रिपोर्ट पर थाना बमीठा में भारतीय न्याय संहिता के तहत चोरी का अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का बारीकी से भौतिक एवं तकनीकी साक्षी एकत्रित किये, क्षेत्र में मूवमेंट करने वाले संदिग्धों की जानकारी एकत्र की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक छतरपुर रेंज ललित शाक्यवार द्वारा चोरी की गई संपत्ति की बरामदगी एवं चोरों की गिरफ्तारी हेतु ₹20000 के इनाम की उद्घोषणा की गई। पुलिस अधीक्षक छतरपुर अगम जैन द्वारा पुलिस टीम गठित कर निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही थी। एकत्रित साक्ष्य जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम द्वारा संदेहियों से पूछताछ की गई। जिनके द्वारा घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया। चोरी की घटना को अंजाम देने वाले 3 चोर- 1. अमर सिंह उर्फ रामजीलाल पिता रमेश प्रसाद, 2. रूपेश गुप्ता पिता कामता प्रसाद, 3. घनश्याम प्रजापति पिता बाबूलाल तीनों निवासी चंदनगर को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया।
अभियुक्तों के पास से चोरी की गई 30 लाख रुपए नगद राशि, सोने चांदी के विभिन्न प्रकार के आभूषण जैसे सोने की चूड़ियां, सोने के सुई धागा, जंजीरें, अंगूठियाँ, मंगलसूत्र पायलें,इत्यादि प्रयुक्त 3 मोबाइल फोन कुल कीमत करीब 40 लाख रुपए बरामद की गई। आरोपी अमर सिंह मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा एवं आरोपी घनश्याम गैर इरादतन हत्या अपराध में पूर्व से लिप्त हैं। अभियुक्तों को न्यायालय पेश किया जा रहा है, विवेचना कार्यवाही जारी है।
उक्त कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह एवं प्रभारी एसडीओपी खजुराहो नवीन दुबे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बमीठा निरीक्षक आशुतोष श्रोत्रिय, थाना प्रभारी गुलगंज उप निरीक्षक गुरु दत्त शेषा, थाना प्रभारी गोयरा उप निरीक्षक संजय पांडेय, चौकी प्रभारी चंद नगर उप निरीक्षक शैलेंद्र चौरसिया, चौकी प्रभारी घुवारा उप निरीक्षक मोहर सिंह सिकरवार, प्रभारी साइबर सेल किशोर पटेल, प्रधान आरक्षक राजेश पाठक, सुरविन्दर सिंह, आरक्षक निकेश यादव, उदयवीर, भानु पटेल, अरविंद, अखिलेश, साइबर से आरक्षक धर्मराज, राजीव एवं पुलिस टीम की भूमिका रही।