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बाढ़ जैसे हालातों से निपटने सम्पूर्ण बचाव, राहत एवं सुरक्षात्मक तैयारियां करें: कलेक्टर, कलेक्टर की अध्यक्षता में बाढ़ राहत एवं आपदा प्रबंधन की बैठक संपन्न

छतरपुर। मंगलवार को कलेक्टर श्री पार्थ जैसवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष में बारिश से पूर्व तैयारियों के लिए बाढ़ राहत एवं आपदा प्रबंधन की बैठक संपन्न हुई। बैठक में एएसपी विदित डागर, डिप्टी कलेक्टर विशा माधवानी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे एवं व्ही.सी. के माध्यम से एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी जुड़े रहे।


बैठक में कलेक्टर श्री जैसवाल ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही बारिश से पूर्व सम्पूर्ण तैयारियों और व्यवस्थाओं के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।


कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि बारिश को देखते हुए सभी ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रुम स्थापित किए जाएं। बाढ़ से प्रभावित ग्रामों की सूची जल संसाधन विभाग से प्राप्त करें और बाढ़ प्रभावित ग्रामों में सचिव, सहित अन्य स्थानीय कर्मचारियों को कंट्रोल रूम की जानकारी दें।
उन्होंने कहा कि नाले नालियों, पुल पुलियों, नदियों, तालाबों आदि में जलमग्न की स्थिति निर्मित होती है, तो वहां सुरक्षात्मक कार्य जिसमें बैरिकेडिंग करें। बाढ़ प्रभावित ग्रामों में ट्रैक्टर, टायर का मोबेलाइजेशन सुचारू रहे एवं तैराकों एवं होमगार्ड के मोबाईल नंबरों की सूची जिसमें मोबाइल नंबर एवं पते की जानकारी सभी एसडीएम कार्यालय में तैयार रखें। साथ ही 4, 5 लोगांे के मोबाइल नंबर का कम्युनिकेशन प्लान भी बनाएं। उन्होंने कहा कि जलाशयों में बढ़ते स्तर की तत्काल सूचना आमजन को मिले। कलेक्टर ने अस्थाई राहत कैंप स्कूल, सामुदायिक भवन, का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए जिससे बाढ़ की स्थिति में बचाव कार्य किए जा सके। साथ ही बीमारी से रोकथाम के लिए पानी के स्रोतों पर ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव कराने के ईई पीएचई को निर्देश दिए।

स्वास्थ्य केन्द्रों एवं पशु अस्पतालों में आवश्यक दवाईयां रहे उपलब्ध- कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित के लिए दवाइयां, एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के की तैयारी के लिए निर्देशित किया, बारिश से पशुओं में फैलने वाली बीमारी को लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी को तैयारी करने के निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों एवं नाविकों की सूची तैयार रखने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन की मैपिंग भी करलें, जिससे जर्जर भवनों को गिराने की कार्यवाही की जाए। साथ ही कलेक्टर ने डीएसओ को राहत राशन भी पर्याप्त मात्रा में रखने हेतु निर्देशित किया, इसके अलावा कलेक्टर ने सरकारी भवनों स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों जर्जर जीर्णशीर्ण हो, उन्हें चिन्हांकन कर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करें। साथ ही स्वयं सेवी संगठनों के साथ बैठक कर उन्हें सहायता के लिए तैयार रखें।

कलेक्टर ने सीएमओ को बारिश के दृष्टिगत नाले, नालियों की साफ सफाई, घरों में पानी ना जाए आदि तैयारी सुनिश्चित कारण के लिए कहा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को पुल, पुलियों की बेरिकेटिंग करने एवं डब्ल्यूआरडी को तालाब, नहर में भराव की स्थिति की सूचना देने जिसमें डैम के गेट खुलने आदि के बारे में लोगों में प्रचारित करें। कलेक्टर ने एमपीईबी के अधिकारी को बारिश से बिजली के तारों की मरम्मत आदि करने के लिए कहा। साथ ही टीकमगढ़ पन्ना जिले की सीमा से लगे नदी के पुल के मरम्मत एवं पास की पंचायतों में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एसडीएम को निर्देशित किया। साथ ही पिछले वर्ष प्रभावित क्षेत्र बड़ामलहरा एवं बक्सवाहा के ग्रामों में मैकेनिज्म तैयार करने के लिए एसडीएम को निर्देशित किया। कलेक्टर ने बारिश से होने वाली जनहानि, मकान के नुकसान आदि के राहत राशि वितरण को गंभीरता से त्वरित निराकरण करने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

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