मातृभाषा में ही करें हस्ताक्षर: डॉ० घनश्याम भारती

सागर। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा के हिन्दी विभाग में पदस्थ प्रोफेसर डॉ० घनश्याम भारती ने यू०जी०सी० नई दिल्ली तथा उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल द्वारा प्रायोजित तथा शासकीय महाविद्यालय बेगमगंज जिला रायसेन द्वारा आयोजित सेमिनार में “मातृभाषा में हस्ताक्षर अभियान” पर केन्द्रित एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान दिया। डॉ भारती ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि हरेक व्यक्ति का नैतिक दायित्व है कि वह अपने हस्ताक्षर अपनी मातृभाषा में ही करे। उन्होंने हिन्दी को बढ़ावा देते हुए कहा की हिन्दी हमारी मातृभाषा है अतः लोगों को हिंदी भाषा में ही अपने हस्ताक्षर करने चाहिए।
इससे भाषाई आधार पर हम मजबूत होंगे तथा हिन्दी के प्रति सबका समर्पण भाव होगा। सेमिनार में डॉ० सत्या सोनी कथा झारखंड के सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका, झारखंड के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ० अजय शुक्ल ने भी मातृभाषा में हस्ताक्षर विषय पर अपना मौलिक व्याख्यान दिया। संचालन हिन्दी के सहायक प्राध्यापक श्री दीपक कुमार अहिरवार ने किया। यह सेमिनार ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से तथा ऑफलाइन शासकीय महाविद्यालय बेगमगंज जिला रायसेन द्वारा आयोजित हुआ। इस सेमिनार में कई छात्र-छात्राएं तथा प्रतिभागी उपस्थित रहे।
(पुरुषोत्म लाल पटेल गढ़ाकोटा सागर)