लंबित सीएम हेल्पलाईन शिकायतों को निराकृत कर ए-ग्रेड में आएं: कलेक्टर
कलेक्टर ने शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर डीईओ शिक्षा विभाग के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्ताव भेजने के निर्देश, इसके अलावा अन्य अधिकारियों को शोकॉज

छतरपुर। कलेक्टर पार्थ जैसवाल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष मंे टीएल प्रकरणों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुर्ह। बैठक में जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार, एडीएम मिलिन्द नागदेवे, सहायक कलेक्टर काजोल सिंह, डिप्टी कलेक्टर जी.एस. पटेल, एसडीएम, नगरीय निकायों के सीएमओ एवं विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री जैसवाल ने सीएम हेल्पलाईन शिकायतों की समीक्षा करते हुए विशेषरूप से श्रम विभाग, महिला बाल विकास विभाग, खनिज विभाग, नगरीय प्रशासन की वर्तमान में निराकरण प्रतिशत कम होने पर समय-सीमा में संतुष्टिपूर्ण शिकायतें बंद कराने के निर्देश दिए। साथ ही राजस्व विभाग की लंबित शिकायतों का तीन दिवस में अभियान चलाकर करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने डी ग्रेड में आने पर तहसीलदार राजनगर और छतरपुर ग्रामीण की एक वेतन वृद्धि रोके जाने संबंधी कारण बताओ नोटिस जारी करने एवं शिक्षा विभाग के तहत लंबित शिकायतों के संबंध में कोई प्रगति एवं जानकारी नहीं दे पाने और डी ग्रेड मंे सुधार न होने पर जिला शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव कमिश्नर सागर को भेजे जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पीओडूडा को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि सभी निकाय शिकायतों के निराकरण में ए ग्रेड में रहें। उन्होंने नगर पालिका महाराजपुर में निराकरण प्रतिशत कम होने पर सीएमओ की एक वेतनवृद्धि रोके जाने के निर्देश दिए और सीएमओ छतरपुर द्वारा शिकायतों के निराकरण में भी अप्रसन्न्ता व्यक्त की। साथ ही समाधान ऑनलाईन की समीक्षा करते हुए लंबित शिकायतों को तत्काल संतुष्टिपूर्ण बन्द कराने के निर्देश देते हुए कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत लंबित शिकायतों में अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सबसे अधिक शिकायतें तहसील राजनगर एवं गौरिहार में लंबित है, जिन्हंे शीघ्र बन्द कराएं एवं 100 दिवस से अधिक की सीएम हेल्पलाईन लंबित न रहे।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत प्रसूति सहायता एवं जननी सुरक्षा संबंधि शिकायतों में सीएमएचओ को निर्देश दिए कि बन्द हो चुकी शिकायतों में तदाशय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि टीएल में दर्ज पत्रों का निराकरण समय-सीमा में करना सुनिश्चित करें।सीईओ जिला पंचायत श्रीमती परिहार ने कहा कि कोई भी बोरवेल खुले न हो जिसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अधिकारी को विशेष रूप से देखने के निर्देश दिए।
आयुष्मान कार्ड बनाने में कलेक्टर ने प्रगति बढ़ाने के दिए निर्देश, कम प्रगति पर अधिकारियों को लगाई फटकार-
कलेक्टर ने 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों एवं श्रमिकों के आयुष्मान कार्ड समय-सीमा में शत-प्रतिशत बनाए जाने के लिए सीएमएचओ, पीओडूडा, जनपद सीईओ एवं सीएमओ को निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने में कम प्रगति होने पर जनपद सीईओ बक्सवाहा और छतरपुर पर अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कम प्रगति वाले अधिकारियों को फटकार लगाते हुए प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही बक्सवाहा एवं घुवारा सीएमओ की गूगल सीट में जानकारी निरंक दर्ज होने पर एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीएम मॉनिट की शिकायतों में महिला बाल विकास के तहत लंबित शिकायतों का प्रतिवेदन प्रेषित न किए जाने पर सहायक संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
ई-केवायसी कराने कैम्प लगाने निर्देश-
कलेक्टर ने ई-केवायसी की समीक्षा करते हुए जनपद पंचायत नौगांव, बक्सवाहा, राजनगर, एवं बिजावर में प्रगति लाने के निर्देश दिए एवं नगरीय निकाय नौगांव, हरपालपुर, बारीगढ़़ में भी कैम्प लगाकर प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने राजस्व महाअभियान 3.0 की समीक्षा करते हुए सभी एसडीएम को नामांतरण, सीमांकन, अभिलेख दुरूस्ती, नक्शा तरमीम, बंटवारा, फॉर्मर आईडी जनरेट करने के संबंध में रोस्टर अनुसार तत्काल कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमओ बक्सवाहा को बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
बाल, कुमार श्रम एवं बंधक श्रमिकों की पहचान कर संबंधित पर कार्यवाही के निर्देश-
कलेक्टर ने बाल, कुमार श्रम एवं बंधक श्रम प्रथा को समाप्त करने के लिए सभी एसडीएम को ऐसे मामलों को पहचानकर संबंधित पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए। बंधक श्रम प्रथा समाप्ति के लिए जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक टीएल के उपरांत संपन्न हुई।