समाजसेवी कों धमकी देना संजीव शर्मा व गोल्डन दादा कों पड़ा महंगा
थाना प्रभारी सिविल लाईन बाल्मीकि चौबे ने उतारा आरोपियों का भूत

छतरपुर। जिले की एक समाजसेवी कों धमकी देना 2 आरोपियों कों पड़ा भारी 1 साल से यह आरोपी समाजसेवी कों लगातार धमकी दे रहें थे लेकिन जैसे ही सिविल लाईन थाने की कमान नवागत थाना प्रभारी बाल्मीकि चौबे कों मिली वैसे ही नशे के सौदागर एवं आदतन अपराधी का थाना प्रभारी ने समाजसेवी के सामने भूत उतार दिया।
आपको बताना चाहता हूं की भगवती मानव कल्याण संगठन की महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती मंजू द्विवेदी जो विगत 6-7 वर्षो से जिले मे नशा मुक्ति के खिलाफ व्यापक अभियान चलाकर नशे की जड़ो कों उखाड़ने का कार्य कर रहीं हैं वहीं दवा की आड़ मे नशे का व्यापार करने वाले संजीव शर्मा एवं उसके भाई जिले के आदतन अपराधी ऋतिक भार्गव उर्फ गोल्डन दादा के द्वारा विगत 1 वर्ष से श्रीमती द्विवेदी व उनके परिवार कों लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रहीं थी जिसकी शिकायत श्रीमती द्विवेदी के द्वारा लगातर की जा रहीं थी लेकिन आरोपियों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। लेकिन एक अधिकारी ने दोनों आरोपियों का भूत उतार दिया।
एसपी की नशे के खिलाफ मुहिम और थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली से अपराधियों मे हड़कंप-
वहीं जब समाजसेवी श्रीमती मंजू द्विवेदी के द्वारा नवागत पुलिस अधीक्षक अगम जैन, नगर पुलिस अधीक्षक अमन मिश्रा कों उक्त घटना से अवगत कराया तो आला अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी बाल्मीकि चौबे ने समाजसेवी श्रीमती मंजू द्विवेदी की शिकायत पर उक्त दोनों आरोपियों संजीव शर्मा व उसके आदतन अपराधी भाई ऋतिक भार्गव उर्फ गोल्डन दादा कों बुलाकर समाजसेवी श्रीमती द्विवेदी के सामने ही दोनों का भूत उतार दिया।
वहीं थाना प्रभारी ने कहा की नशे के किसी भी सौदागर कों बक्शा नहीं जायेगा उसे पाताल से भी ढूढ़ निकालकर उसपर कार्यवाही की जाएगी चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों ना हो कानून के हाथों से बच नहीं पायेगा। दोनों अपराधियों के गलत कार्यों मे शामिल परिजनों पर जल्द कसेगा शिकंजा।