जयंत मलैया और अजय टंडन दमोह विधानसभा में 20 साल बाद फिर होंगे आमने-सामने
वर्तमान विधायक का पार्टी ने काटा टिकट

मध्यप्रदेश। दमोह जिले में शनिवार सुबह से ही पूरे जिले में इस बात की चर्चा चल रही थी कि आखिरकार भाजपा ने अपनी 5वीं सूची अभी तक जारी क्यों नहीं की। क्योंकि सभी की नजरें दमोह विधानसभा पर ही टिकी हुई थी। दमोह विधानसभा इस समय पूरे मध्यप्रदेश में इसलिए अभी हाई प्रोफाइल है, क्योंकि कांग्रेस के पूर्व विधायक राहुल सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली थी। साल 2021 में यहां उपचुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने राहुल सिंह को 17,000 वोटों से हराया था।
ज्ञात हो भाजपा सरकार ने राहुल सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था और 2023 के आम चुनाव में वह फिर से दावेदारी कर रहे थे।लेकिन भाजपा ने सात बार के विधायक और पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया पर ही अपना भरोसा जताया है। टिकट की घोषणा होने के बाद कार्यकर्ताओं में काफी जोश देखा गया और आतिशबाजी चलाकर उन्होंने अपनी खुशी का इजहार किया।
जयंत मलैया और अजय टंडन तीसरी बार होंगे आमने-सामने-
यहां आपको बता दें, दमोह के वर्तमान कांग्रेस विधायक अजय टंडन को चौथी बार कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है। इसके पहले वह दो बार जयंत मलैया से चुनाव हार चुके हैं। साल 1998 में अजय टंडन 5,000 वोटो से जयंत मलैया से चुनाव हारे थे। वहीं, 2003 में करीब 12,000 वोटों से जयंत मलैया ने अजय टंडन को हराया था। 20 साल के बाद यह दोनों प्रत्याशी तीसरी बार आमने-सामने हो रहे हैं।











