22 मई को यूजी के बाद कल जारी हुए पीजी कक्षाओं के प्रवेश आबंटन पत्र
यूजी की फीस 27 मई एवं पीजी की फीस 29 मई तक होगी जमा, बीए एवं पीजी के विषय चयन में वरते सावधानी, लें हेल्प डेस्क की मदद

छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, छतरपुर की अध्यनशालाओं के लिए नए सत्र के प्रवेश हेतु प्रवेश प्रक्रिया कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी तथा कुलसचिव श्री यशवंत सिंह पटेल के मार्गदर्शन में संचालित है। छात्रों को प्रवेश कार्य, विषय, कोर्स के चयन आदि में मार्गदर्शन हेतु सरस्वती कक्ष के बाजू में संचालित एक हेल्प डेस्क प्रवेशार्थियों की निरंतर मदद कर रही है।
मीडिया प्रभारी डा सुमति प्रकाश जैन के अनुसार विभिन्न विषयों के स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर, तीनों संकायों वाणिज्य, कला तथा विज्ञान के स्नातक प्रथम वर्ष के लिए, यूजी/पीजी डिप्लोमा तथा सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों हेतु प्रथम चरण की प्रवेश प्रक्रिया समय सारिणी के अनुसार जारी है। प्रथम चरण की प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत यूजी तथा पीजी के प्रवेशार्थियों ने निर्धारित अवधि तक अपना पंजीयन कराया था।
इसके बाद स्नातक(यूजी) कक्षाओं के प्रथम चरण के सीट आबंटन पत्र 22 मई को जारी कर दिए गए हैं,जबकि स्नातकोत्तर(पीजी) कक्षाओं के लिए प्रवेश आबंटन पत्र कल शनिवार 25 मई 2024 को ही जारी किए गए हैं। प्रवेश पाने वाले स्नातक के विद्यार्थियों को अब अपना शुल्क 22 से 27 मई तक तथा स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को 25 से 29 मई तक ऑनलाइन जमा करना होगा। प्रवेश शुल्क जमा न करने की स्थिति में आवंटन स्वतः निरस्त हो जाएगा। आईटी प्रभारी डा आरके पांडेय ने बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को विषय के चयन में बेहद सावधानी वरतने की बात कही है।
कला संकाय के बीए में निर्धारित अनेक विषयों में से मेजर, माइनर, इलेक्टिव, वोकेशनल विषय चुनना है।इस सभी विषयों की सूची सरस्वती कक्ष के समीप लगाई गई है। बीए के प्रवेशार्थी यूटीडी के सरस्वती कक्ष के बाजू में संचालित हेल्प डेस्क पर जाकर वहां उपस्थित सदस्यों से मार्गदर्शन लेकर ही अपने विषयों का चयन करे, ताकि बाद में उसे कोई परेशानी न हो।डा पांडेयने स्पष्ट किया है कि स्नातक में जो विषय मेजर के रूप में लिया है उसी विषय में स्नातकोत्तर में प्रवेश की पात्रता होगी।
बी.एस -सी. के विद्यार्थियों को एम .ए या एम. कॉम .
में प्रवेश की पात्रता नहीं है।यदि त्रुटिवश विद्यार्थियों ने माइनर या इलेक्टिव विषय के आधार पर स्नातकोत्तर में प्रवेश हेतु आवेदन किया है तो स्नातकोत्तर में प्रवेश मान्य नहीं होगा।प्रवेश के बाद भी ऐसा प्रवेश निरस्त किया जायेगा। यदि स्नातकोत्तर में प्रवेश हेतु गलत विषय का चयन किया गया है तो अगले चक्र के लिए च्वाइस फिलिंग कर त्रुटि सुधार किया जा सकता है।