डॉ० घनश्याम भारती ने साक्षात्कार एवं प्रतियोगी परीक्षाओं पर दिया व्याख्यान
प्रतियोगी परीक्षाओं में साक्षात्कार द्वारा अंतिम चयन होता है: डॉ०घनश्याम भारती

सागर। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ० घनश्याम भारती ने साक्षात्कार एवं प्रतियोगी परीक्षाएं विषय पर शासकीय कन्या महाविद्यालय बीना के हिंदी विभाग में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित व्याख्यानमाला में अपना मौलिक व्याख्यान दिया।
व्याख्यानमाला का संचालन शासकीय कन्या महाविद्यालय बीना के हिंदी विभाग की प्रोफेसर डॉ०रश्मि जैन ने किया। इस अवसर पर एम०ए० हिंदी की छात्राओं ने डॉ०घनश्याम भारती का स्वागत किया। प्राचार्य डॉ०चंदा रत्नाकर ने डॉ०भारती के व्याख्यान की सराहना की।
साक्षात्कार एवं प्रतियोगी परीक्षाएं विषय पर छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ० घनश्याम भारती ने कहा की वर्तमान युग प्रतिस्पर्धा का युग है प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभागी का अंतिम चयन साक्षात्कार के माध्यम से होता है अतः प्रतिभागी को साक्षात्कार की तैयारी कुशलतापूर्ण ढंग से करना चाहिए। डॉ० भारती ने बताया कि साक्षात्कार की तैयारी करते समय साक्षात्कार के पूर्व समूह चर्चा भी होनी चाहिए।
साक्षात्कार में भाषा का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है अतः प्रतियोगियों को साक्षात्कार के पूर्व भाषा पर भी अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। क्योंकि साक्षात्कार के समय प्रतिभागी किसी न किसी भाषा में ही अपना संवाद करता है। डॉ० भारती ने साक्षात्कार में प्रयोग होने वाली कई महत्वपूर्ण बातों को छात्राओं के समक्ष बताया। साथ ही साक्षात्कार में हिन्दी भाषा के ज्ञान को भी उपयोगी बताया। हिंदी के अतिथि विद्वान श्री प्रशांत कुशवाहा ने आभार व्यक्त किया। व्याख्यानमाला में महाविद्यालय के हिन्दी विभाग की छात्राएं तथा शिक्षकगण उपस्थित थे।
(पुरुषोत्तम लाल पटेल गढ़ाकोटा सागर)











