पुलिस अधीक्षक अगम जैन के प्रयास से इस वर्ष गिरा जिले में अपराध का ग्राफ
सफल कार्यप्रणाली से दो वर्षों की तुलना में नीचे आया अपराध का ग्राफ

छतरपुर। जिले में अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण हेतु पुलिस अधीक्षक अगम जैन द्वारा किए गए प्रयास कारगर साबित हुए हैं। दरअसल पुलिस अधीक्षक ने जिले में अपराध को कम करने के लिए विभिन्न अभियान चला रखे हैं, जिनकी मॉनीटरिंग वे स्वयं कर रहे हैं, परिणामस्वरूप पिछले दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष सभी तरह के अपराधों में कमी आई है।
आपको बता दे जब से अगम जैन ने छतरपुर जिले की कमान संभाली है तभी से वे अपराधों पर सफलतापूर्वक नियंत्रण का प्रयास कर रहे हैं और यही कारण है कि 2022 एवं 2023 की तुलना में इस वर्ष आपराधिक मामलों की संख्या में कमी देखने को मिली है।
श्री जैन ने मामलों को सुलझाने और कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष प्रयास किए और अपनी प्रभावी कार्यवाही में सीसीटीवी, मोबाइल सहित तमाम प्रकार की आधुनिक सुविधाओं का इस्तेमाल किया। हत्या एवं प्राणघातक हमला जैसे गंभीर मामलों में कमी आने के साथ ही चोरी एवं महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों में कमी आई है। अपहरण की घटनाओं में भी इस वर्ष गिरावट देखने को मिली है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से उपलब्ध आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष अपराधों में कमी दिखाई दे रही है। जिले में पिछले साल हत्या की 46 वारदातें हुई थीं तो वहीं इस साल 43 घटनाएं पंजीबद्ध हुई हैं। वहीं अपहरण एवं महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों में कमी देखने को मिली है।
पिछले साल अन्य अपहरण की घटनाएं 323 दर्ज की गई थीं जबकि इस वर्ष का आंकड़ा 300 से नीचे है। दो वर्ष पहले दुष्कर्म के 130 मामले दर्ज हुई थे, गत वर्ष आंकड़ा 104 पर पहुंचा था और इस वर्ष यह आंकड़ा 94 रहा। लूट की वारदातें भी 2022 की तुलना में इस वर्ष कम हुई हैं। पुलिस अधीक्षक के लगातार लोगों से संपर्क एवं संवाद के कारण जहां लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास की भाव बढ़ा है, तो वहीं अपराधियों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। अपराधिक गतिविधियों में लगाम लगाने के पुलिस अधीक्षक अगम जैन के प्रयास कारगर होते दिख रहे हैं।