राजनगर विधानसभा क्षेत्र में दिलचस्प होता जा रहा चुनाव, त्रिकोणी मुकाबले के बनते जा रहे आसार
भाजपा और बसपा की होगी सीधी टक्कर कांग्रेस तीसरे नंबर पर दिख रही जाती

छतरपुर। राजनगर विधानसभा 50 में त्रिकोणीय मुकाबला होता दिखाई दे रहा है। इस विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 50425 मतदाता हैं। इस क्षेत्र में पटेल मतदाताओं की संख्या अधिक है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देकर बहुजन समाज पार्टी से लड़ रहे घासीराम पटेल की स्थिति काफी अच्छी है। उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के अरविंद पटैरिया से सीधा होना तय है। वहीं 4 बार विधायक रहे विक्रम सिंह नाती राजा की स्थिति इस चुनाव में ठीक नहीं है और वह तीसरे नंबर पर जाते दिख रहे हैं।
क्षेत्र की जनता के सर्वे के अनुसार इस बार इस क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी घासीराम पटेल को सभी वर्गों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के अरविंद पटैरिया जो कि पिछले चुनाव में विक्रम सिंह उर्फ नातीराजा से केवल मात्र 612 वोटों से पराजित हुए थे। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने दोबारा अरविंद पटैरिया को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। किंतु इस बार भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता रहे घासीराम पटेल ने भाजपा से इस्तीफा देकर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है जिसके चलते अरविंद पटैरिया की स्थिति ठीक नहीं है। वहीं दूसरी ओर विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा को इस बार क्षेत्र की जनता नकार रही है। चार बार विधायक रहने के बाद क्षेत्र में कोई विकास न होना नातीराजा के लिए सिरदर्द बना हुआ है।
विपक्ष में रहते हुए नातीराजा ने क्षेत्र की किसी भी समस्या के लिए कभी कोई आवाज नहीं उठाई वह हमेशा न्यूटल बने रहे। क्षेत्र की जनता वर्तमान विधायक से काफी ऊब चुकी है। हालांकि नातीराजा का कहना है कि चुनाव परिणाम आने पर कांग्रेस की ही जीत होगी। इस क्षेत्र के लोगों को जिन्होंने ठगा है जनता उसे मुंह तोड़ जबाव देगी। नातीराजा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि अरविंद पटैरिया ने क्षेत्र में ब्राह्मणवाद और लोगों के ऊपर झूठे मुकदमे लगवाए हैं। जिसका परिणाम उन्हें आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर अरविंद पटैरिया का कहना है कि राजनगर विधानसभा क्षेत्र में जितने पांच साल में काम हुए हैं उतने कभी नहीं हुए। राजनगर जनपद की लगभग 85 ग्राम पंचायततों में करोड़ों रुपए के काम स्वीकृत हुए हैं और अधिकांश सरपंचों को भरपूर लाभ मिला है। आने वाले चुनाव में परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आएंगे।
इसमें सबसे मजेदार बात ये है कि तीनों प्रत्याशियों के अपने अपने दावे जीत के किए जा रहे हैं जबकि वास्तविकता यह है कि इस क्षेत्र में पूर्व विधायक कांग्रेस के शंकर प्रताप सिंह की भूमिका अहम रहती है। वह जिस प्रत्याशी की ओर इशारा कर देंगे वह जीतकर निकल जाएगा। हालांकि शंकर प्रताप सिंह ने अपने मोहरे अभी नहीं खोले हैं। कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यदि सरकार कांग्रेस की बनेगी तो शंकर प्रताप सिंह को सरकार में कहीं उच्च पद पर बैठाया जाएगा अब देखना है कि शंकर प्रताप सिंह कांग्रेस पार्टी का सर्पोट करते हैं या घासीराम पटेल का।फिलहाल राजनगर विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है।