अयोध्या में डॉ०घनश्याम भारती को स्वदेश भूषण अवॉर्ड से किया सम्मानित
समारोह में डॉ०घनश्याम भारती की पुस्तक अयोध्या की महिमा का विमोचन भी किया गया

सागर। शासकीय पी०जी० कॉलेज गढ़ाकोटा के हिन्दी विभाग के प्रोफेसर तथा रामकथा मर्मज्ञ डॉ० घनश्याम भारती को स्वदेश संस्थान अयोध्या द्वारा अयोध्या कला संस्कृति महाकुंभ में गरिमामय समारोह में उनकी साहित्यिक उपलब्धियों हेतु स्वदेश भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ० भारती को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग के पूर्व अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर डॉ० श्याम बिहारी अग्रवाल, स्वदेश संस्था अयोध्या के अध्यक्ष एस०बी० सागर, गुजरात के शिक्षाविद् शैलेश भाई नरसिंह प्रजापति तथा अयोध्या के एस०आई० रणजीत यादव द्वारा दिया गया।
इस गरिमामय समारोह में डॉ० घनश्याम भारती की पुस्तक अयोध्या की महिमा का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। तेलंगाना,भारत के वरिष्ठ साहित्यकार प्रसादराव जामी ने डॉ० भारती द्वारा संपादित पुस्तक अयोध्या की महिमा की मंच से विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत की।
इस पुस्तक में संपादन सहयोग उत्तराखंड के शिक्षाविद् डॉ०ओकेंद्र जी तथा उज्जैन की लेखिका डॉ०अंतिमबाला पांडेय ने दिया। इस पुस्तक का प्रकाशन नई दिल्ली से हुआ। यह ग़ौरतलब है कि डॉ०घनश्याम भारती साहित्य के क्षेत्र में लगभग 34 पुस्तकें लिख एवं संपादित कर चुके हैं। इनकी रामकथा पर केंद्रित 06 पुस्तकें नई दिल्ली से प्रकाशित हो चुकी हैं। डॉ० भारती के व्यक्तित्व और कृतित्व पर भी विद्वानों द्वारा पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं।
अयोध्या में आयोजित इस सम्मान समारोह में देश के विभिन्न प्रांतों से आये कला, संस्कृति, साहित्य, संगीत तथा समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षाविदों, कलाकारों तथा साहित्य मनीषियों को भी सम्मानित किया गया। समारोह में संगीतकला, चित्रकला, रंगोली, मेंहदी, नृत्यकला का प्रस्तुतीकरण भी हुआ। सम्मान समारोह अयोध्या के कलावती पैलेस में आयोजित हुआ।
डॉ० घनश्याम भारती की इस उपलब्धि पर उन्हें भारती परिषद् प्रयाग के अध्यक्ष शीलधर मिश्र, प्रख्यात भाषा विज्ञानी एवं समालोचक प्रयागराज के आचार्य पंडित पृथ्वीनाथ पांडेय, तेलंगाना के शिक्षाविद् प्रसादराव जामी, नई दिल्ली की युवा लेखिका एवं आलोचक पूजा शर्मा, नई दिल्ली के प्रकाशक राजीव कुमार शर्मा ने बधाई दी।











