खरगे ने पेट्रोल से नरेंद्र मोदी और माचिस से की अमित शाह की तुलना

मध्यप्रदेश। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह चुनाव खास चुनाव है। पार्टी प्रचार के लिए पहली बार इस इलाके में आया हूं। मध्यप्रदेश आरएसएस और बीजेपी की लेबोरेट्री माना जाता है। यहीं से ये देश को तोड़ने का प्रयोग करते हैं। इसे फिर पूरे देश में आगे बढ़ाते हैं। इन्होंने प्रदेश की यह छवि बनाई है। आपको इसे मिटाना है। हम जोड़ने वाले लोग हैं और ये तोड़ने वाले लोग हैं। खरगे मंगलवार को भोपाल में मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आरिफ़ मसूद के लिए जनसभा लेने पहुंचे थे।
उन्होंने 12 नंबर क्षेत्र में सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर जमकर हमला बोला। खरगे ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की 150 से अधिक सीटें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो महंगाई कंट्रोल करेगी। बेरोजगारी खत्म करेगी। जनसभा में खरगे प्रत्याशी का नाम भूल गए उन्होंने मंच से ही प्रत्याशी का नाम पूछा। इतना ही नहीं वे कांग्रेस की 11 गारंटी भी भूल गए।
खरगे ने कहा कि मैं मोदी जी कहना चाहता हूं भाषण से पेट नहीं भरता। वे जहां जाते हैं भाषण देते हैं। विकास की तरफ उनका ध्यान नहीं है सिर्फ चुनाव की तरफ उनका ध्यान है। मणिपुर में हजारों लोग मर गए, घर बर्बाद हो गए लेकिन कभी मणिपुर नहीं गए पर प्रचार के लिए एमपी तेलंगाना राजस्थान में घूम रहे हैं। सिर्फ इलेक्शन और सत्ता के लिए ही आप हुकूमत करते हो तो आपकी कोई जरूरत नहीं है इस डेमोक्रेसी में। खरगे ने कहा कि ये सिर्फ शांति में अंगार लगाने काम करते हैं। मोदी जी पेट्रोल रखते हैं और शाह साहब माचिस। ये सिर्फ लोगों को लड़ाने और भड़काने का काम करते हैं।
खरगे ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं उनका नाम शिवराज है। मैं कहता हूं लोग भगवान का नाम तो रख लेते हैं। ऐसे देश दुनिया में और भी शिवराज हैं। अगर कोई शिवराज है तो केदारनाथ में है। उन्हें ही सब मानते हैं। खरगे ने आगे कहा कि ऐसे तो मेरा नाम भी मल्लिकार्जुन है तो मैं भी ईश्वर का अवतार हूं। शंकर का अवतार हूं।
कोई मेरी चाय नहीं पीता-
खरगे ने कहा कि मोदी जी खुद को चाय वाले का बेटा और शिवराज जी खुद को किसान का बेटा बताते हैं, लेकिन इनके लिए कुछ करते नहीं। मैं कहता हूं आपकी चाय तो सब पीते हैं, लेकिन मैं दलित का बेटा अगर चाय की दुकान खोलता हूं, चाय बेचता हूं तो कोई नहीं पीता।
प्रदेश में एमएलए बेचने का कारखाना-
खरगे ने कहा कि मध्यप्रदेश में एमएलए बेचने के कारखाने चल रहे हैं। जैसे हमारे यहां जानवर खरीदी का बाजार लगता है। आगे उन्होंने कहा कि ये लोग जो वादे करके आए थे उन्हें कभी नहीं निभाया। यहां भोपाल के लोग दिलदार हैं, सेक्युलर हैं। यहां प्रेम से मिलजुलकर रहने की तहजीब है। आरएसएस और बीजेपी इस वातावरण को खराब कर सकती है।