राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जागरूकता कार्यक्रमों से दी लार्वा नियंत्रण की जानकारी

भोपाल। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा वाहक जनित रोगों के प्रसार एवं उनके नियंत्रण के लिए विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की गईं। इस अवसर पर स्वास्थ्य संस्थाओं सहित शैक्षणिक संस्थाओं, रहवासी क्षेत्रों, शासकीय एवं निजी संस्थानों में जागरूकता एवं सामुदायिक सहभागिता से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जागरूकता रैलियों , शपथ ग्रहण, कार्यशालाओं परामर्श एवं प्रश्नोत्तरी द्वारा डेंगू के लक्षण एवं बचाव के उपायों को बताया गया ।

राष्ट्रीय डेंगू दिवस प्रत्येक वर्ष 16 मई को मनाया जाता है। बारिश के मौसम में साफ पानी के इकट्ठा होने के कारण डेंगू का लार्वा पनपने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। डेंगू दिवस के माध्यम से मानसून के पूर्व वाहक जनित बीमारियों के बारे नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। डेंगू दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने डेंगू जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जागरूकता रथ के माध्यम से ऑडियो संदेश एवं पंपलेट इत्यादि द्वारा लार्वा को न पनपने देने एवं डेंगू से बचाव की जानकारी दी जा रही है । इस वर्ष यह दिवस “देखें, साफ करें, ढकें: डेंगू को हराने के उपाय करें” की थीम पर मनाया जा रहा है।

डेंगू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है । जल भराव वाले स्थान चिन्हित कर अब तक लगभग 14000 गंबुशिया मछली डाली जा चुकी हैं। भोपाल के 21 जोन में 44 टीमों द्वारा प्रतिदिन औसतन 2000 घरों का सर्वे किया जा रहा है । इस साल 183522 कंटेनरों का सर्वे कर 3581 में लार्वा नष्ट किया जा चुका है। साल 2024 में स्वास्थ्य विभाग की 44 टीमों ने 5 लाख से अधिक घरों में लगभग 37 लाख कंटेनर का सर्वे किया था, जिनमें से 25 हजार में लार्वा पाया गया था। भोपाल में एलाइजा टेस्ट अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान , भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल ,गांधी मेडिकल कॉलेज , सिविल अस्पताल बैरागढ़ एवं जिला जयप्रकाश चिकित्सालय में निशुल्क होता है। इन पांचो सेंटिनल साइट पर सातों दिन जांच की जाती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने कहा कि मच्छरों के पनपने के स्रोत को नष्ट करना बेहद जरूरी है। डेंगू बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है। इस मच्छर का लार्वा साफ पानी में पनपता है। स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम द्वारा लार्वा नियंत्रण के लिए निरंतर सर्वे किया जा रहा है। वाहक जनित रोगों के नियंत्रण के लिए जिला मलेरिया कार्यालय में कॉल सेंटर स्थापित किया है, जिसमे आमजन मच्छर जनित रोगों के बारे में जानकारी ले सकते है।











