जनपद पंचायत में लाखों का घोटाला, सीईओ ने स्थापना प्रभारी को किया निलंबित, पुलिस प्रकरण दर्ज करने के लिए रहली थाने मे दिया आवेदन
सागर@शशि कुमार। रहली जनपद पंचायत में पिछले कुछ समय से सब कुछ ठीक नही चल रहा है,अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी के कारण जनपद सहित ग्राम पंचायतों में भारी वित्तीय अनिमित्ताएँ की जा रही है ताजा मामला रहली जनपद में साढ़े आठ लाख रूपए के फर्जीबाड़े का सामने आया है। इस मामले में सिर्फ स्थापना प्रभारी पर गाज गिरी है जबकि जनपद सीईओ स्वयं को पाक साफ बता रहे है।

रहली जनपद पंचायत में विगत माह साढ़े आठ लाख का प्रमाणित फर्जीबाड़ा किया गया है।सात ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवों को नियमविरुद्ध तरीके से फर्जी गणना पत्रक तैयार कर अधिक एरियर्स की राशि का भुगतान कर दिया गया है।जानकारों के मुताबिक उक्त फर्जीबाड़ा अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से नियोजित तरीके से फिफ्टी फिफ्टी फार्मूले के तहत किया गया है।
गबन के इस मामले में जनपद सीईओ, स्थापना प्रभारी, संबंधित पंचायत सचिव और समयपाल जिम्मेदार बताए जा रहे है लेकिन मामले का खुलाशा होने के वाद पंचायत सचिवों पर बगैर कोई कार्यवाही किया राशि वापिस ले ली गई है। सिर्फ स्थापना प्रभारी ज्ञानी चौधरी पर जिला सीईओ के द्वारा निलंबन की कार्यवाही की गई है जबकि जनपद सीईओ स्वयं को पाक साफ बता रहे है।गबन के इस मामले में स्थापना प्रभारी ज्ञानी चौधरी पर पुलिस प्रकरण दर्ज करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया गया है।जिसकी जांच चल रही है।
बढ़े हुए वेतन के एरियर्स का फर्जी गणना पत्रक तैयार कर नबलपुर सचिव वीरेंद्र गौंड,संजरा सचिव हरगोविंद यादव,नरेटा सचिव राजकुमार लोधी,रतनारी सचिव अशोक बोहरे,सेवास सचिव गोविंद कुर्मी,रतनपुरा सचिव सलामत खान और ऊमरा सचिव दयाचंद कोरी को एरियर्स की अधिक राशि दी गई है जो गबन के दायरे में बताई जा रही है।उक्त सभी सचिवों से दोबारा दिए गए एरियर्स की राशि वापिस लेकर बगैर किसी कार्यवाही के हरी झंडी दे दी गई है।
ये है भुगतान प्रक्रिया- जानकारों के मुताबिक बढ़े हुए वेतन के एरियर्स का शाखा प्रभारी के द्वारा पहले गणना पत्रक तैयार किया जाता है एवं पत्रक के अनुसार बिल तैयार किया जाता है।
इस मामले में जनपद सीईओ ने बताया कि स्थापना प्रभारी ज्ञानी चौधरी द्वारा सात सचिवों को बढ़े हुए वेतन के एरियर्स का फर्जी गणना पत्रक तैयार कर आठ लाख 56 हजार का गबन किया है।सीईओ का कहना है कम्प्यूटर ऑपरेटर के द्वारा फर्जीबाड़े को संज्ञान में लाया गया था जिसके वाद जिला सीईओ को जानकारी दी गई जिला सीईओ द्वारा स्थापना प्रभारी ज्ञानी चौधरी को निलंबित कर दिया गया है।गबन के मामले की जांच कर स्थापना प्रभारी के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज करने आवेदन दिया गया है।











