भगवान राम का जीवन दर्शन अनुकरणीय है: डॉ० नीरज दुबे

गढ़ाकोटा। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत महाविद्यालय में पांच दिवसीय प्रभु श्री राम के जीवन दर्शन पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय दिवस के आयोजन के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग सागर संभाग सागर के अतिरिक्त संचालक डॉ० जी०पी० चौधरी तथा विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा विभाग सागर संभाग के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ० नीरज दुबे एवं महाविद्यालय की जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री शमिक कुमार शर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० ए०के० सिन्हा ने की। कार्यक्रम का संयोजन तथा संचालन डॉ० घनश्याम भारती ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ० जी०पी चौधरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की युवा भगवान राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें तथा उनके पद चिन्हों पर चलने का प्रयास करें। विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ० नीरज दुबे ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि भगवान राम का जीवन दर्शन अनुकरणीय है उनके जीवन चरित्र से युवाओं को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। श्री शमिक कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 500 वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनना तथा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होना हम सबके लिए गौरव का विषय है। भगवान राम के चरित्र को अपने जीवन में उतारना अनिवार्य है। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के बीच भाषण, चित्रकला, आलेख, निबंध लेखन तथा स्लोगन लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी हुआ।आभार डॉ सुनील विश्वकर्मा ने व्यक्त किया।
भगवान राम के जीवन चरित्र पर आधारित इस आयोजन में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० कल सिंह पटेलिया, कु०आकृति खरे, विनोद बागडे, अभय यादव, बृजेंद्र सिंह दांगी, ममता अहिरवार, डॉ मेघा सिंह, आस्था दुबे, बृजलाल अहिरवार, शरद चौबे, रोशन यादव, विवेक महतो, पुष्पेन्द्र बर्मन सहित अन्य कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
(पुरुषोत्म लाल पटेल गढ़ाकोटा सागर)